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डेंगू बुखार क्या है और यह कैसे होता है?
डेंगू बुखार क्या है और यह कैसे होता है?

डेंगू देश भर में फैला हुआ है। इस वर्ष COVID-19 महामारी लॉकडाउन के कारण, डेंगू के प्रति जागरूकता अभियान, रैली, इत्यादि देश में आयोजित नहीं की जा रही हैं, लेकिन ऑनलाइन के माध्यम से इसके बारे में जागरूकता फैलाई जा सकती है। डेंगू बुखार एक मच्छर जनित बीमारी है जो फ्लू जैसी गंभीर बीमारी को जन्म दे सकती है।  

घर में भी सरक्षित नहीं हैं आप, मलेरिया से बचने के डॉक्टर ने बताए तरीके
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घर में भी सरक्षित नहीं हैं आप, मलेरिया से बचने के डॉक्टर ने बताए तरीके

बहुत लोगों के लिए घर ही सबसे सुरक्षित जगह है। घर पर सब काफी आराम से रहते है और कोई खतरे की सम्भावना नहीं रखते है। परंतु यह सब को पता नहीं रहता की खतरा उनके घर भी मौजूद है। वह खतरा है मच्छर- लोगों के लिए बहुत ही बड़ा खतरा। यह मच्छर काफी सारे रोग फैला सकते है। उनमे से एक खतरनाक रोग है मलेरिया।

मलेरिया होने पर कैसा लेना चाहिए आहार, डायटीशियन की ये टिप्स करें फॉलो
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मलेरिया होने पर कैसा लेना चाहिए आहार, डायटीशियन की ये टिप्स करें फॉलो

भारत में हर साल मलेरिया की बीमारी के चलते दो लाख से ज्यादा मौतें होती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हर साल 2,05,000 मौतें मलेरिया से होती हैं। इस घातक बीमारी की मार सबसे ज्यादा बच्चों पर पड़ती है। 55,000 बच्चे जन्म के कुछ ही सालों के भीतर काल के मुंह में समा जाते हैं। 3आम तौर पर मलेरिया संक्रमित मच्छर के काटने से होता है। वीडियो में डॉक्टर पायल परिहार ने बताया कि मलेरिया होने के दौरान क्या डाइट लें।
 

कोरोना से जंग में हौंसला बढ़ाने वाले नायक अमिताभ बच्चन को कैसे हो गया कोरोना, डॉक्टर ने बताई ये वजह
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कोरोना से जंग में हौंसला बढ़ाने वाले नायक अमिताभ बच्चन को कैसे हो गया कोरोना, डॉक्टर ने बताई ये वजह

कोरोना से जंग में नायक रहे बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को कैसे कोरोना हो गया। ये सवाल सबके मन में है। आखिर इसके कारण क्या है। अमिताभ बच्चन और अभिषेक के कोरोना संक्रमित होने के बाद किए गए नए टेस्ट में 46 वर्षीय ऐश्वर्या राय और उनकी 8 साल की बेटी आराध्या भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 72 साल की जया बच्चन की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजेश टोपे ने ट्वीट करके इसकी पुष्टि की है। दोनों के हल्के एसिम्प्टोमैटिक लक्षणों को देखते हुए उन्हें जलसा वाले घर में ही होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है। अमिताभ की बेटी श्वेता नंदा, उनके बेटे अगस्त्य नंदा और बेटी नव्या नवेली नंदा की रिपोर्ट भी जया की तरह निगेटिव आई हैं और उन्हें भी होम क्वारैंटाइन में रहने को कहा गया है। बच्चन परिवार के संपर्क में आए 54 लोगों में से 30 का कोरोना टेस्ट हो चुका है, जिसकी रिपोर्ट सोमवार को आएगी। अमिताभ के चारों बंगले जलसा, प्रतीक्षा, वत्स और जनक को सील कर दिया गया है। आखिर सवाल ये कि बच्चन परिवार तक कोरोना कैसे पहुंचा और अमिताभ बच्चन जो कोरोना से जंग में नायक की तरह हौंसला बढ़ा रहे थे वो कैसे कोरोना से पीड़ित हुए। इस बारें में बता रहे हैं डॉक्टर सव्यसाची गुप्ता।

 

5 कारण : इनकी वजह से हो सकती है हार्ट प्रॉब्लम्स, न करें इन्हें इग्नोर
5 कारण : इनकी वजह से हो सकती है हार्ट प्रॉब्लम्स, न करें इन्हें इग्नोर

जीवनशैली में आ रहे बदलाव के कारण कई तरह की बीमारियां बढ़ रही हैं, जिनमें दिल से जुड़ी बीमारियां प्रमुख हैं। अब कम उम्र के लोग भी हार्ट डिजीज के शिकार हो रहे हैं।

कोरोना का डर अब और ज्यादा, डॉक्टर की इन टिप्स छू भी नहीं पाएगा वायरस
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कोरोना का डर अब और ज्यादा, डॉक्टर की इन टिप्स छू भी नहीं पाएगा वायरस

कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन अच्छी बात ये है कि मरीजों के स्वस्थ होने का आंकड़ा भी तेजी के साथ बढ़ रहा है। महामारी से उबरने की दर बढ़कर 61.53 फीसद हो गई है और अब तक 4.56 लाख से अधिक मरीज ठीक होकर अपने घर भी लौट चुके हैं।

किस हद तक खतरनाक हो सकता है कोरोना, अभी भी समझ नहीं पा रहे हैं वैज्ञानिक
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किस हद तक खतरनाक हो सकता है कोरोना, अभी भी समझ नहीं पा रहे हैं वैज्ञानिक

चीन से निकले कोरोनावायरस ने दुनियाभर में अपना कहर बरपाया है। बीते 6 माह से कोरोनावायरस ने दुनियाभर में 11 मिलियन से अधिक लोगों को संक्रमित किया है। इसके अलावा इस वायरस के संक्रमण से अब तक देश में 5 लाख 25 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. मगर इन सबके बावजूद तमाम लोगों के मन में कोरोनावायरस को लेकर अभी भी मात्र एक ही सवाल रहता है कि आखिर ये वायरस कितना घातक है? इससे कितना खतरा है? इन दो सबसे बड़े सवालों के जवाब अभी भी दुनियाभर के वैज्ञानिक तलाश रहे हैं मगर जवाब किसी के पास नहीं है।

सर्वे में सामने आया हर मौसम में हो सकती है चिकनगुनिया की बीमारी
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सर्वे में सामने आया हर मौसम में हो सकती है चिकनगुनिया की बीमारी

 भोपाल की सिटी हॉस्पिटल कि डॉक्टर अंजू गुप्ता का कहना है कि   यूं तो चिकुनगुनिया बारिश के मौसम में पाई जाने वाली बीमारी मानी जाती है पर भारत में जुलाई 2016 से जनवरी 2018तक किये वाईरोलाजी लेवल के आधिकारिक सर्वे में मिली जानकारी के अनुसार यह साल भर हो सकता है पर सितम्बर से दिसंबर तक यह सबसे अधिक होता है ।

Covid-19 बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए साइलेंट किलर है कोरोना, ऐसे लेता है जान
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Covid-19 बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए साइलेंट किलर है कोरोना, ऐसे लेता है जान

भारत में कोरोना संक्रमितों  की संख्या 7 लाख के करीब है. वहीं, कोविड-19 के बिना लक्षण वाले यानी एसिम्प्टोमैटिक (Asymptomatic) मरीजों के बारे में आम राय है कि इन्हें खतरा बहुत कम होता है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. नेचर मैगजीन में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, कोरोना वायरस बिना लक्षणों वाले मरीजों में 'साइलेंट किलर' की तरह अटैक करता है. ऐसे मरीजों के फेफड़े धीरे-धीरे खराब होते हैं और निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है. फिर अचानक मरीज की मौत हो जाती है। इस स्टडी में शामिल वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि पहली बार बिना लक्षणों वाले मरीजों के क्लीनिकल पैटर्न से इस तरह की बात सामने आई है। पता चला की इन मरीजों के फेफड़ों को नुकसान हुआ तो इनमें खांसी, सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण नहीं दिखे. ये आमतौर पर कोरोना संक्रमण के लक्षण होते हैं।ऐसे मरीजों की अचानक मौत होने का खतरा भी अधिक है।

रिसर्च में  दावा- ह्यूमन ट्रायल में सफल हुई ये कोरोना वैक्सीन, इससे खत्म हो जाएगा COVID19
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रिसर्च में दावा- ह्यूमन ट्रायल में सफल हुई ये कोरोना वैक्सीन, इससे खत्म हो जाएगा COVID19

कोरोना वायरस से लड़ने वाली दवा  तैयार करने में पूरी दुनिया के वैज्ञानिक जुटे हुए हैं लेकिन अभी तक तमाम कंपनियों ने सिर्फ टीका तैयार करने भर का दावा किया है।  लेकिन टीका सफल तभी माना जाता है जब इंसानों पर क्लीनिकल ट्रायल  सफल हो जाए।अब इस बीच एक अमेरिकी टीका कंपनी ने दावा किया है कि उसने न सिर्फ टीका तैयार किया बल्कि एक सफल क्लीनिकल ट्रायल भी कर लिया है अमेरिकी दवा कंपनी इनोवियो  ने अपने नए टीके INO-4800 का इंसानों पर सफल क्लिनिकल ट्रायल कर लिया है। लगभग 40 लोगों पर इस टीके का परीक्षण किया गया. सबसे अच्छी बात ये है कि इस दवा का असर 94 फीसदी सफल रहा है।

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