देश के अलग-अलग हिस्सों में मकर संक्रांति का पर्व अलग-अलग रूप व रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। पंजाब व जम्मू-कश्मीर आदि स्थानों पर इसे लोहड़ी के रूप में मनाया जाता है।
इस बार 13 जनवरी, सोमवार को संकटा गणेश चतुर्थी है। इस दिन भगवान श्रीगणेश और चंद्रमा की पूजा का विधान है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, भगवान श्रीगणेश के विभिन्न रूपों का अगर विधि-विधान से पूजन कर पूजा घर में स्थापित किया जाए तो हर समस्या का निदान हो सकता है दुर्भाग्य भी दूर हो सकता है।
हिंदू धर्म ग्रंथों में लिखी अनेक कथाओं में स्वर्ग और नर्क के बारे में बताया गया है। हिंदू धर्म के पौराणिक ग्रंथों ने 36 तरह के मुख्य नर्कों का वर्णन किया गया है। अलग-अलग कर्मों के लिए इन नर्कों में सजा का प्रावधान भी माना गया है।
गणेशजी को वक्रतुंड भी कहा जाता है। इस शब्द का अर्थ है मुड़ी हुई सूंड। भगवान गणेश का ये भी एक सुन्दर स्वरूप है, जिसमें उनकी सूंड मुड़ी हुई होती है।
इस बार 12 जनवरी, रविवार का दिन बहुत ही खास है क्योंकि इस दिन एक नहीं तीन शुभ योग एक साथ बन रहे हैं। ये सभी योग पूरे दिन न रहकर दोपहर लगभग 1.50 तक ही रहेंगे।
कुछ लोगों की शिकायत रहती है कि उनके घर में रोज किसी न किसी बात पर परिवार के सदस्यों में विवाद होता रहता है। इससे घर का वातावरण नेगेटिव हो जाता है। पारिवारिक कलह के कई कारण हो सकते हैं। अगर आपकी भी यही समस्या है तो नीचे लिखा उपाय करें-
हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले हर त्योहार के साथ कोई न कोई परंपरा जरूर जुड़ी होती है। इनमें से कुछ परंपराओं का धार्मिक तो कुछ का वैज्ञानिक महत्व होता है। मकर संक्रांति से भी ऐसी ही कई पंरपराएं जुड़ी हैं।
11 जनवरी, शनिवार को दोपहर लगभग 2.41 से पुष्य नक्षत्र प्रारंभ होगा। शनिवार को पुष्य नक्षत्र होने से शनि पुष्य का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, साल के 11वें महीने का नाम माघ है। धर्म शास्त्रों में इस महीने को बहुत पवित्र माना गया है। इस बार माघ मास का प्रारंभ 11 जनवरी, शनिवार से हो रहा है, जो 9 फरवरी, रविवार तक रहेगा।
इस बार 10 जनवरी, शुक्रवार को पौष मास की पूर्णिमा है। धर्म ग्रंथों के अनुसार ये तिथि बहुत ही विशेष है। पूर्णिमा तिथि पर देवी लक्ष्मी की पूजा से धन लाभ के योग बन सकते हैं।