Sawan Special: सावन के महीने में जो लोग भगवान शिव की भक्ति करते हैं उन्हें कर्ज से भी मुक्ति मिलती है। साथ ही मां लक्ष्मी का आशीर्वाद हमेशा उन पर बना रहता है।
Sawan Special: भगवान शिव जल्दी से अपने भक्तों की श्राद्ध और भक्ति देखकर प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन का महीना सबसे बेस्ट है। जानिए उन अनाजों के बारे में जिन्हें शिवलिंग पर चढ़ाने से आपके सारे काम बन जाते हैं।
Shradh 2025: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का अपना महत्व होता है। जो कि भाद्रपद मास की पूर्णिमा से लेकर आश्विन मास की अमावस्या तक चलता है, जिसमें पित्तरों की आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए कई धार्मिक कार्य किए जाते हैं।
16 July 2025 Ka Panchang: 16 जुलाई को सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेगा, जिससे इस दिन कर्क संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस दिन की गई पूजा, उपाय आदि का विशेष फल मिलता है।
सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा पूरी श्रद्धा के साथ की जाती है। ऐसे में हमारे घर में भी कुछ ऐसे कोने मौजूद होते हैं, जहां पर दीएं जलाने से महादेव की कृपा आप पर बरस सकती है और धन की कमी नहीं रहती है। आइए जानते हैं उन जगहों के बारे में यहां।
Hast Rekha Shastra: हमारे हाथों की रेखाएं काफी कुछ बताती है। कुछ लोगों के हाथों में ऐसी भाग्य और धन की रेखाएं मौजूद होती हैं, जो कि किस्मत बदलने के लिए काफी होती है। आइए जानते हैं हाथों में कहां बनी होती हैं वो लकीरें।
Shiv Chalisa: सावन के महीने में भक्त भगवान शिव की भक्ति में डूबे हुए दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान वो शिव चालीसा और आरती करके महादेव को खुश करने में जुटे हुए। ऐसे में जानिए उन गलतियों के बारे में जोकि शिव चालीसा करते वक्त ज्यादातर लोग कर बैठते हैं।
Sawan Shivratri 2025: सावन के महीने में भी शविरात्रि आती है, जिसे सावन महाशिवरात्रि कहा जाता है। इस दौरान भगवान शिव की पूजा करने से अद्भूत फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में जानिए कब है सावन महाशिवरात्रि? क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त।
Raksha Bandhan 2025: 9 अगस्त के दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाने वाला है। ऐसे में जानिए क्या इस बार भी रक्षाबंधन पर रहने वाला है भद्रा का साया। क्या है राखी बांधने का शुभ मुहूर्त?
Mahakal Sawari Live Telecast: 14 जुलाई को सावन के पहले सोमवार पर उज्जैन में भगवान महाकाल की पहली सवारी बहुत ही धूम-धाम और शाही ठाठ-बाट से निकाली। भगवान महाकाल के मनमहेश रूप का लाखों लोगों ने दर्शन किया।