हर व्यक्ति रात को सोते समय सपने जरूर देखता है। स्वप्न ज्योतिष के अनुसार, हर सपने का एक अलग मतलब होता है, जो हमें आने वाले समय की शुभ-अशुभ घटनाओं के बारे में पहले से ही सूचित कर देता है।
ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार मकर संक्रांति पर किए जाने वाले स्नान, दान का महत्व 15 जनवरी, बुधवार को रहेगा।
इस बार 11 जनवरी, शनिवार को शनि पुष्य का शुभ योग बन रहा है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार इस शुभ योग में अगर शनिदेव की पूजा और आरती की जाए तो शुभ फल मिलते हैं और शनिदेव को प्रकोप से भी बचा जा सकता है।
घर में वास्तु दोष होना आम है। इन वास्तु दोषों का असर घर में रहने वाले सभी लोगों पर होता है। इन वास्तु दोषों को दूर करने के लिए अनेक उपाय भी हैं। आज हम आपको 5 ऐसे ही उपायों के बारे में बता रहे हैं, जो पूरी तरह से वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित हैं-
हस्तरेखा में हथेली की बनावट, रेखाओं और चिह्नों के आधार पर भविष्यवाणी की जाती है। कुछ लोगों की हथेली में ऐसे शुभ संकेत होते हैं, जिन्हें देखकर समझा जा सकता है कि कब उसका भाग्योदय हो सकता है।
कुछ ज्योतिषीय उपायों में वनस्पतियों जैसे- पौधों की जड़, टहनी व लकड़ी आदि का भी प्रयोग किया जाता है।
मान्यता के अनुसार, हमारे आस-पास कई ऐसी अदृश्य शक्तियां रहती हैं, जिन्हें हम देख नहीं पाते। यह शक्तियां नेगेटिव भी होती हैं और पॉजिटिव भी। सिर्फ कुछ लोग ही इन्हें देख या महसूस कर पाते हैं।
इस बार 10 जनवरी, शुक्रवार को पौष मास की पूर्णिमा है। इसे शाकंभरी पूर्णिमा भी कहते हैं।
प्रत्येक महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 8 जनवरी को पौष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है।
सभी की कुंडली में कोई-न-कोई ग्रह अशुभ स्थान पर बैठकर विपरीत फल अवश्य देता है। उन ग्रहों के अशुभ फलों से बचने के लिए अनेक उपाय भी ज्योतिष में बताए गए हैं। ग्रहों के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए उनसे जुड़ी धातुओं और अन्य चीजों का प्रयोग भी किया जाता है।