साल 2020 के पहले महीने यानी जनवरी में कई विशेष पर्व मनाएं जाएंगे। और ये पर्व शुरू होंगे माघ स्नान से 10 जनवरी से शुरू हो रहे इस माघ पर्व पर पवित्र नदियों में स्नान करने की परपंरा है। मकर संक्रांति पर सूर्य पूजा की जाएगी।
हर बार 14 जनवरी को मनाया जाने वाला मकर संक्रांति पर्व इस बार 15 जनवरी को मनाया जाएगा।
ज्योतिष में 12 राशियां बताई गई हैं और इन राशियों के स्वामी ग्रह अलग-अलग हैं। मेष-वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल है। मिथुन-कन्या राशि का स्वामी बुध है। कर्क राशि का स्वामी चंद्र और सिंह राशि का स्वामी सूर्य है।
ज्योतिष शास्त्र में ऐसे अनेक पेड़-पौधों के बारे में भी बताया गया है, जिनके उपाय करने से कई समस्याओं का समाधान हो सकता है। ये पौधे ग्रहों से संबंधित दोष भी दूर कर सकते हैं।
वर्तमान समय में बच्चों के लिए अलग से स्टडी रूम बनाए जाते हैं। ताकि बच्चे वहां आराम से पढ़ाई कर सकें।
बच्चों पर नकारात्मक शक्तियों का असर सबसे पहले होता है क्योंकि उनका मन और मस्तिष्क बड़े लोगों की अपेक्षा बहुत कमजोर होता है। हम देखते हैं कि यदि कोई भी व्यक्ति एकटक बच्चे को देखता है तो बच्चा अनमना सा हो जाता है और रोने लगता है।
हिंदू धर्म में शनिदेव को लेकर कई भ्रांतियां प्रचलित हैं, जैसे शनि एक क्रूर ग्रह है, वह सिर्फ अशुभ फल ही प्रदान करता है और जिस पर शनि की नजर पड़ जाए उसके बुरे दिन शुरू हो जाते हैं।
जब कोई ग्रह लगातार अशुभ फल दे रहा हो तो कुछ आसान उपाय कर उसके कुप्रभाव को कम किया जा सकता है। ये उपाय पालतू जानवरों व पशु-पक्षियों से जुड़े भी हो सकते हैं।
इस बार नए साल 2020 की शुरूआत बुधवार से हो रही है। इसे भगवान श्रीगणेश का दिन माना जाता है। इसलिए बुधवार को श्रीगणेश की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
जन्म कुंडली में कुछ ग्रह अशुभ स्थिति में भी होते हैं। इनका सीधा असर व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।