अवैध रूप से बने आशियानों पर चला बाबा का बुलडोजर, बेघर हुए परिवारों के छलक पड़े आंसू

उन्नाव में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ लगातार अभियान चलाकर अतिक्रमण और अवैध निर्माण गिराए जा रहे हैं। गिराए जाने वाले सभी निर्माणों को लेकर सीएम योगी ने आदेश दिया है किसी गरीब का कोई निर्माण ना गिराया जाए। लेकिन उन्नाव के अधिकारी सीएम के इस आदेश को धता बताते हुए गरीबों के 8 परिवारों को उनके घर गिरा कर बेघर कर दिया। 

/ Updated: Jun 02 2022, 03:13 PM IST

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उन्नाव में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ लगातार अभियान चलाकर अतिक्रमण और अवैध निर्माण गिराए जा रहे हैं। गिराए जाने वाले सभी निर्माणों को लेकर सीएम योगी ने आदेश दिया है किसी गरीब का कोई निर्माण ना गिराया जाए। लेकिन उन्नाव के अधिकारी सीएम के इस आदेश को धता बताते हुए गरीबों के 8 परिवारों को उनके घर गिरा कर बेघर कर दिया। पीड़ित सभी परिवारों का कहना है कि बिना नोटिस दिए उनके घरों को पीडब्ल्यूडी की जमीन पर बने अवैध निर्माण बता कर गिरा दिया गया है। यही नहीं लोगों ने बताया कि उन्हें घरों में रखे सामान को भी निकालने का समय नहीं दिया गया, घर गिराए जाने से उनकी पूरी गृहस्थी मलबे में दब गई है। घरों को मलबे में तब्दील होते देख तमाम परिवार के लोग और महिलाएं रोते दिखे। रहने की व्यवस्था ना होने पर कई परिवार बचा हुआ सामान लेकर पलायन करने को मजबूर हो चुके हैं।

उन्नाव के बीघापुर में आज कैंची मोड़ से पुरवा रोड पर सड़क किनारे बने घरों को पीडब्ल्यूडी की जमीन पर अवैध निर्माण बताकर बुलडोजर चलाकर ढा दिया गया। उन्नाव में बाबा का बुलडोजर चलने से सड़क के दोनों ओर बने 8 से ज्यादा घर पूरी तरीके से गिरा कर मलबे में बदल दिया गया। घरों को मलबे में बदलता देख लोग बेघर होने की बात कह साफ तौर पर रोते दिखे, लोगों ने बताया कि वह सब 50 साल से ज्यादा समय से यहां रह रहे थे और आज अचानक उनके घरों को पीडब्ल्यूडी की जमीन पर अवैध निर्माण बताकर बुलडोजर से ढहा दिया गया। लोगों ने बताया कि घर गिराने पहले उन्हें ना ही किसी तरीके का नोटिस दिया गया और ना ही कोई सूचना दी गई। सिर्फ कुछ दिनों पूर्व मुनादी करवाई गई थी। लोगों ने कहा कि उन्हें घरों में रखा सामान भी निकालने का समय नहीं दिया गया, घर के अंदर रखी पूरी गृहस्थी मलबे के अंदर ही दब गई जिसके बाद अब उनके पास जीवन जीने के लिए छत भी मयस्सर नहीं है। कई परिवार तो ऐसे हैं जिनके पास रहने की कोई व्यवस्था ना होने से वे अब पलायन को मजबूर हो गए हैं। मलबे में दबे सामान को किसी तरीके से निकाल कर एक महिला सामान को लोडर में लाद कर अपने मायके ले जाती दिखी। आपको बता दें कि सुबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी अधिकारियों को साफ तौर पर निर्देश दिया है कि अवैध अतिक्रमण हटाने के नाम पर किसी भी गरीब का निर्माण ना गिराया जाए। फिर भी उन्नाव के अधिकारी सीएम के आदेशों को धता बताते हुए अपने आप को अवैध अतिक्रमण हटाने के नाम पर की गई कार्रवाई में अव्वल साबित करने में जुटे हैं। अवैध अतिक्रमण हटाने के नाम पर की गई इस कार्रवाई से करीब 8 परिवार पूरी तरीके से बेघर हो गए हैं जिनके पास अब रात गुजारने के लिए भी छत नहीं बची है।

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