घर से निकलते हुए कहा था, 'सरहद बुला रहा है'....और तिरंगे में लिपटा चला आया मां का लाल
वीडियो डेस्क। भारत-चीन सीमा पर देश की रक्षा में बिहार के वैशाली का लाल शहीद हो गया है। चीनी सैनिकों से हुई झड़प में वीरता के साथ सामना करते हुए बिहार के लाल जयकिशोर सिंह ने हंसते-हंसते मौत को गले लगा लिया। दो साल पहले देश सेवा के जज्बे के साथ भारतीय सेना में शामिल हुए जयकिशोर की शहादत पर आज पूरा देश गर्व कर रहा है। शहीद
वीडियो डेस्क। भारत-चीन सीमा पर देश की रक्षा में बिहार के वैशाली का लाल शहीद हो गया है। चीनी सैनिकों से हुई झड़प में वीरता के साथ सामना करते हुए बिहार के लाल जयकिशोर सिंह ने हंसते-हंसते मौत को गले लगा लिया। दो साल पहले देश सेवा के जज्बे के साथ भारतीय सेना में शामिल हुए जयकिशोर की शहादत पर आज पूरा देश गर्व कर रहा है। शहीद जयकिशोर सिंह की शहादत की सूचना के बाद वैशाली के जंदाहा के चकफतेह गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। हर किसी की जुबान पर गांव के बेटे की शहादत की चर्चा है। गांव वालों को देश रक्षा में शहादत देने वाले बेटे पर गर्व है। जयकिशोर सिंह बिहार रेजीमेंट सेंटर के जवान थे। वर्ष 2018 में उन्होनें इंडियन आर्मी ज्वाइन किया था। वे भारत-तीन बॉर्डर पर गलवान में तैनात थे। जहां चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में उन्होंने जमकर विरोधियों का मुकाबला किया। उन्होनें सीमा पर देश का सीना झुकने नहीं दिया। शहीद जय किशोर सिंह चार भाईयों में दूसरे नम्बर पर हैं। शहीद जय किशोर सिंह के बड़े भाई नंद किशोर सिंह भी सेना के जवान हैं। जो 2012 में भर्ती होने के बाद देश की सेवा कर रहे हैं। शहीद जय किशोर सिंह 2018 में सेना में भर्ती हुए थे। पिता राज कपूर सिंह किसान हैं