काशी के दशाश्वमेध घाट पर पहुंचे RBI गवर्नर, वैदिक रीति-रिवाजों के साथ की पूजा अर्चना
काशी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में शनिवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास पहुंचे। यहां दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि के प्रधान अर्चक आचार्य रणधीर ने वैदिक रीति से आरबीआई गवर्नर को सहपत्नीक पूजन कराया। शक्तिकान्त दास मां गंगा के तट पर लगभग एक घंटे तक दशाश्वमेध घाट पर मौजूद रहे।
वाराणसी: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास शनिवार को सपरिवार वाराणसी पहुंचे। निजी भ्रमण पर आए आरबीआई गवर्नर ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया। दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की ओर से गंगा आरती में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि गंगा तट पर आकर अद्भुत शांति मिली। आध्यात्मिक नगरी काशी में हर व्यक्ति बार-बार आना चाहेगा।
काशी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में शनिवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास पहुंचे। यहां दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि के प्रधान अर्चक आचार्य रणधीर ने वैदिक रीति से आरबीआई गवर्नर को सहपत्नीक पूजन कराया। शक्तिकान्त दास मां गंगा के तट पर लगभग एक घंटे तक दशाश्वमेध घाट पर मौजूद रहे।
मीडियाकर्मियों से बातचीत में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने वाराणसी आने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि पहली बार हम वाराणसी आये हैं। यह मेरे और मेरी पत्नी के लिए सौभाग्य की बात है। क्योंकि काशी भारत ही नहीं, दुनियाभर में आध्यात्म का केंद्र है। यहां के भक्तों का डेडिकेशन देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही हैं। इनका आध्यत्म के प्रति लगाव बहुत है। जब गंगा मैया की आरती करते हैं तो अलग सी फिलिंग होती हैं। यहां गंगा आरती देखने के दौरान आत्मा और परमात्मा के बीच की फिलिंग का एहसास होता है।