बिजलीघरों में कोयला सप्लाई को लेकर सरकार गंभीर, मालगाड़ी का खाली रास्ता देने के लिए 8 ट्रेन निरस्त

उत्तर प्रदेश के जिले मुरादाबाद में बिजलीघरों में कोयला सप्लाई को लेकर संरकार गंभीर नजर आ रही है। मालगाड़ियों को खाली रास्ता देने के लिए मुरादाबाद मंडल में यात्रियों की आठ ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। 

/ Updated: Apr 28 2022, 03:33 PM IST

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मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद मंडल की 8 यात्री ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। ताकि कोयला लाने वाली माल गाड़ियों को प्राथमिकता दी जा सके। कोयले की सुगम व तीव्र गति से कोयला लाने वाली माल गाड़ियों को प्राथमिकता दी जा रही है। इसी वजह से ट्रेनों को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है।

गर्मी में बिजली की खपत अत्यधिक बढ़ गई है। साथ ही बिजली घरों में भी कोयले की कमी हो रही है। बिजली घरों तक कोयले की निर्वाध रूप से आपूर्ति करने के लिए रेल प्रशासन की ओर से काम किया जा रहा है। कोयले की सुगम व तीव्र गति से कोयला ले जाने वाली माल गाड़ियों को प्राथमिकता दी जा रही है। जिसके कारण 8 ट्रेनों को अग्रिम आदेश तक निरस्त करने का निर्णय लिया गया है।

जिन 8 ट्रेनों को निरस्त किया गया है। उसको लेकर यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। हालांकि यात्रियों को पूरी रकम रिफंड में मिलेगी जिन यात्रियों के टिकट आईआरसीटीसी के माध्यम से बुक किए गए हैं। उनके खातों में अपने आप ही बिना कैंसिलेशन के रकम वापस आ जाएगी। बरेली प्रयाग राज संगम, प्रयागराज संगम बरेली, लखनऊ मेरठ, मेरठ लखनऊ, बरेली रोजा, रोजा बरेली, काठगोदाम मुरादाबाद, मुरादाबाद काठगोदाम इन 8 ट्रेनों को अग्रिम आदेश तक निरस्त करने का निर्णय लिया गया है। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए सीनियर डीसीएम सुधीर सिंह ने बताया कि इस समय कुछ थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट जो है हमारे उसमें कुछ प्रोजेक्ट ऐसे चल रहे थे, जिसमें कोयला जो पावर एनर्जी के लिए बहुत जरूरी होता है। अगर कोयला समय से नहीं पहुंचेगा तो बहुत सारी प्रॉब्लम बढ़ जाएगी। इंडस्ट्री, आम आदमी को और बिजली की कटौती बढ़ जाएगी। ऐसे में एक मीटिंग रखी गई थी जो रेलवे बोर्ड से लेकर हाई लेवल पर एक प्रस्ताव हो रहा है कि कुछ ऐसा किया जाए जिससे कि पाथ मिल जाए। 

हेडक्वार्टर से रेलवे बोर्ड से डिवीजन से पूछा गया था कि कौन सा कोरिडोर है कौनसी ऐसी ट्रेनें हैं, जिनको कुछ समय के लिए रोक देते हैं तो कोई समस्या ना हो एवं जब तक क्राइसिस हैं तो उन ट्रेनों को हटाकर माल गाड़ियां चलाई जा सके। ऐसे में रेलवे डिवीजन में कुछ ट्रेनों को हटाकर तत्काल प्रभाव से डेट के हिसाब से उसमें निरस्त करने की बात कही गई है।