9 फरवरी 2022: पहले चरण के मतदान के लिए तैयारियां पूरी, कल होगा मतदान, देखिए UP चुनाव से जुड़ी खास खबरें
यूपी चुनाव के पहले चरण के लिए 10 फरवरी को मतदान होना है। यूपी चुनाव के इस पहले चरण में पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर चुनाव होना है। पहले चरण में कुछ 623 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इन सभी सीटों पर गुरुवार को मतदान के बाद प्रत्याशियों कि किस्मत EVM में कैद हो जाएगी।
यूपी चुनाव के पहले चरण के लिए 10 फरवरी को मतदान होना है। यूपी चुनाव के इस पहले चरण में पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर चुनाव होना है। पहले चरण में कुछ 623 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इन सभी सीटों पर गुरुवार को मतदान के बाद प्रत्याशियों कि किस्मत EVM में कैद हो जाएगी।
1- पहले चरण के 623 उम्मीदवारों की किस्मत कल EVM में होगी कैद
यूपी चुनाव के पहले चरण के लिए 10 फरवरी को मतदान होना है। यूपी चुनाव के इस पहले चरण में पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर चुनाव होना है। पहले चरण में कुछ 623 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इन सभी सीटों पर गुरुवार को मतदान के बाद प्रत्याशियों कि किस्मत EVM में कैद हो जाएगी।
2- पहले चरण के चुनाव में कई मंत्रियों की साख दांव पर
यूपी के पहले चरण के चुनाव में यूपी सरकार के कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। पहले चरण में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, समाज कल्याण मंत्री जीएस धर्मेश, कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल,डेयरी मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, बाढ़ नियंत्रण राज्य मंत्री दिनेश खटीक, खेल व युवा मामले के मंत्री संदीप सिंह, वन-पर्यावरण मंत्री अनिल शर्मा, गन्ना मंत्री सुरेश राणा की साख दांव पर है।
3- कई वीआईपी उम्मीदवार भी हैं पहले चरण में शामिल
पहले चरण के चुनाव में पूर्व राज्यपाल और आगरा से प्रत्याशी बेबी रानी मौर्य, पूर्व मंत्री हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह, संगीत सोम, राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह, पंखुड़ी पाठक की किस्मत का फैसला भी होगा। लोनी से मदन भैया, कैराना से नाहिद हस, जेवर से अवतार सिंह भड़ाना भी इसी चरण के मतदान के लिए प्रत्याशी हैं।
4- 27 फीसदी मुस्लिम और 17 फीसदी जाट आबादी करेगी वोट
पहले चरण में पश्चिमी यूपी में चुनाव होना है। यहां 27 फीसदी मुस्लिम आबादी है। 17 फीसदी जाट और तकरीबन 25 फीसदी दलितों की आबादी यहां पर हैं। जबकि 8 फीसदी राजपूत, 4 फीसदी गुर्जर और 7 फीसदी आबादी यादवों की है। गुरुवार को यह आबादी मतदाताओं की किस्मत का फैसला करेगी।
5- राजनीतिक दलों ने जातीय समीकरण का रखा है ख्याल
पहले चरण के चुनाव के लिए टिकट वितरण में राजनीतिक दलों ने जातीय समीकरण का खास ख्याल रखा गया है। सपा-आरएलडी गठबंधन ने 14 सवर्णों को टिकट दिया है जिसमें 8 ब्राह्मण हैं। 22 ओबीसी समाज के उम्मीदवार जिसमें तकरीबन 10 जाट समाज के लोगों को टिकट दिया गया है। वहीं 10 एससी और 12 मुस्लिम उम्मीदवारों पर भी दांव लगाया गया है।
6- तजीन फातिमा ने आजम खां के विरोधियों पर साधा निशाना
रामपुर सांसद और बाहुबली आजम खां की पत्नी तजीन फातिमा ने पति के विरोधियों पर निशाना साधा। तजीन फातिमा ने एक सभा में कहा कि कुछ लोग आजम के जेल जाने को सही मानते हैं, वह उनका बुरा चाहते हैं। तजीन ने सभा में मौजूद लोगों से आजम का बुरा चाहने वालों के बहिष्कार की बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का हुक्का पानी बंद होना चाहिए। कोई भी शादी-विवाह हो ऐसे लोगों से ताल्लुक न रखा जाए।
7- सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे चंद्रशेखर पर दर्ज हैं कई मुकदमे
सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गोरखपुर से चुनाव लड़ रहे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। चंद्रशेखर ने जो शपथ पत्र दिया है उसके अनुसार चंद्रशेखर पर 18 केस दर्ज हैं। चंद्रशेखर पर प्रदेश के विभिन्न जिलों में दर्ज केस में हत्या के प्रयास, बलवा, महामारी एक्ट सहित कई मामले हैं। साथ ही चंद्रशेखर आजाद 44 लाख सम्पत्ति के मालिक हैं।
8- प्रयागराज से चुनाव नहीं लड़ेंगी बाहुबली अतीक की पत्नी शाइस्ता
यूपी चुनाव से पहले AIMIM की घोषित प्रत्याशी और बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता ने चुनावी मैदान छोड़ दिया है। नामांकन न किए जाने के बाद उनके चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लग गया। अतीक खुद जेल में हैं और उनके दोनों बेटे फरार हैं। ऐसे में उनकी पत्नी द्वारा नामांकन न किए जाने से अतीक के समर्थकों में नाराजगी भी है।
9- यूपी चुनाव से पहले AIMIM प्रमुख ने BJP पर साधा निशाना
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह सभी लोग कहते हैं यूपी में अपराध खत्म हो गया है, माफिया और अपराधी यूपी छोड़कर भाग गए हैं, तो ये बताएं कि मेरी कार पर फिर गोली किसने चलाई। ओवैसी ने कहा कि मुझ पर गोली चलाने वाले गोडसे के वंशज हैं, वे उसी मानसिकता वाले लोग हैं, जिन्होंने गांधी की हत्या की थी।
10-यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने भाजपा के 'घोषणा पत्र' को बताया 'धोखा पत्र'
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भाजपा के घोषणापत्र पर निशाना साधा है। प्रियंका ने ट्वीट किया है कि, भाजपा को अपने "घोषणा पत्र" का नाम धोखा पत्र रखना चाहिए। 70 सालों की रट लगाने वाली भाजपा 5 सालों में अपने घोषणापत्र के 1/4 वादे भी नहीं पूरे कर पाई। न 5 सालों के काम का हिसाब, न ही भविष्य निर्माण का कोई विजन। इसलिए कांग्रेस की प्रतिज्ञाओं को कॉपी-पेस्ट करके अपना काम चला रही है।