एक ही रात में बढ़ा प्रदूषण का स्तर, सांस लेना भी हुआ दूभर.... जानें कैसे चेक होती है एयर क्वालिटी?

वीडियो डेस्क। दिवाली के बाद अब प्रदूषण की चर्चा है। पटाखों पर बैन लगाने के बाद भी लोगों ने जमकर पटाखे चलाए। और नतीजा रहा कि हवा जहरीली हो गई। देश के कई शहरों में सांस लेना दूभर हो गया है। प्रदूषण लेवल अपने चरम पर पहुंच गया है। दिवाली के दूसरे दिन दिल्ली NCR में एक्यूआई का स्तर सबसे ज्यादा था, विजिबिलिटी बेहद कम थी। 

| Updated : Nov 06 2021, 12:28 PM
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वीडियो डेस्क। दिवाली के बाद अब प्रदूषण की चर्चा है। पटाखों पर बैन लगाने के बाद भी लोगों ने जमकर पटाखे चलाए। और नतीजा रहा कि हवा जहरीली हो गई। देश के कई शहरों में सांस लेना दूभर हो गया है। प्रदूषण लेवल अपने चरम पर पहुंच गया है। दिवाली के दूसरे दिन दिल्ली NCR में एक्यूआई का स्तर सबसे ज्यादा था, विजिबिलिटी बेहद कम थी। और धुंए का कोहरा छाया रहा। क्या आप जानते हैं कि हवा की क्वलिटी कैसे मापी जाती है। हवा में जहरीली गैस कितनी है इसका कैसे पता चलता है।  

हवा में प्रदूषण का कैसे पता चलता है?
हवा में कितना प्रदूषण है इसे मापने के लिए एक ईकाई जिसे एयर क्वालिटी इंडेक्स कहते हैं , इसका यूज किया जाता है। इस इकाई से पता चला जाता है कि उस स्थान की हवा कितनी साफ है और सांस लेने योग्य है या नहीं। एयर क्वालिटी इंडेक्ट में 8 प्रदूषक तत्व को देखा जाता है कि उनकी मात्रा कितनी है। अगर उनकी तय लिमिट से ज्यादा मात्रा होती है, तो समझ जाता है कि वहां की हवा प्रदूषित है। इन तत्वों में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2), और कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)की मात्रा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय किए गए मापदंड से अलग नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही हवा में  PM10, PM2.5, NO2, SO2, CO, O3, NH3 और Pb जैसे तत्व शामिल है। एयर क्वालिटी इंडेक्स बताता है कि हवा में किन गैसों की कितनी मात्रा घुली हुई है। 

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