Video: 'दादा दादी ने मां-पापा की हत्या की' नाना के साथ इंसाफ के लिए भटक रही नाबालिग, रुला देगी बच्ची की कहानी

राजस्थान के सीकर जिले में एक नाबालिग बेटी अपनी मां की हत्या के इंसाफ के लिए भटक रही है। नाबालिग सरिता का आरोप है कि उसकी 4 अप्रेल को उसकी मां संतोष को उसके दादा, दादी, चाचा व चाची ने गला दबाकर हत्या कर दी थी। 

| Updated : Aug 06 2022, 12:24 PM
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वीडियो डेस्क। राजस्थान के सीकर जिले में एक नाबालिग बेटी अपनी मां की हत्या के इंसाफ के लिए भटक रही है। लोसल की भीमा गांव निवासी 17 वर्षीय सरिता अपने बानूड़ा निवासी नाना नोलाराम के साथ एसपी से लेकर  डीजी तक शिकायत कर चुकी है। लेकिन, अब तक पुलिस ने नामजद आरोपियों से पूछताछ तक नहीं की है। आरोप है कि एसपी से शिकायत करने पर उल्टे उन्होंने उन्हें ही गिरफ्तार करने की धमकी दी है। नाबालिग का कहना है कि हत्या में दादा दादी फूपा और उसकी चाची शामिल है। उसकी चाची के पिता पुलिस में होने की वजह से पुलिस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। मामले में अब राजस्थान दूरस्थ शिक्षा एनजीओ ने केंद्रीय गृह मंत्रायल को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है।
नाबालिग सरिता का आरोप है कि उसकी 4 अप्रेल को उसकी मां संतोष को उसके दादा, दादी, चाचा व चाची ने गला दबाकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसे फांसी पर लटकाकर आत्महत्या दिखा दी। जिसमें चाची सुशीला के पुलिसकर्मी पिता की अहम भूमिका रही। नाना पेवाराम ने बताया कि आरोपियों ने पहले उनके  जंवाई भीवाराम की भी 2011 में हत्या कर दी थी। पेवाराम का कहना है कि ससुराल वाले दहेज की मांग करते थे लेकिन जवांई भीवाराम अपने परिवार का दहेज लेने में साथ नहीं देते थे।  जिसके चलते ही उसे मार दिया गया। पेवाराम का कहना है कि संतोष पीहर में ही रह रही थी लेकिन मार्च के अंत में ससुराल वालों ने जबरदस्ती बुलाया और 6 दिन बाद हत्या कर दी। संपत्ति भी हड़प ली। 

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