एक वृद्धाश्रम की इमोशनल कहानियां, बुजुर्ग बोले याद नहीं कब मनाई थी दिवाली

वीडियो डेस्क। 27 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाएगी। हर घर में खुशियां होंगी। हर आंगन में दीये झिलमिलाएंगे। यह कहानी उन बुजुर्गों की है, जिनके लिए दिवाली का अब कोई खास महत्व नहीं बचा है। ये बुजुर्ग भोपाल के आनंद धाम वृद्धाश्रम में रहते हैं। इनमें से ज्यादातर को याद नहीं कि उन्होंने अपनी आखिरी दिवाली कब मनाई थी। वहीं कुछ बुजुर्ग याद करना भी नहीं चाहते। कोई बुजुर्ग आश्रम में 2 साल पहले आया है, तो कुछ 14-15 साल पहले। इन बुजुर्गों में से कइयों ने 40 साल पहले अपने घर में अपनों के बीच दिवाली मनाई थी। इस बार की दिवाली भी कैसी रहेगी इन बुजुर्गों की, इसे जानने एशियानेट हिन्दी न्यूज पहुंचा आनंद धाम वृद्धाश्रम। इन बुजुर्गों ने जो कहानियां सुनाई, वो बेहद भावुक करने वाली हैं। बहरहाल, मकसद यही है कि इन बुजुर्गों को इनका परिवार मिले और दिवाली यादगार रहे। 

| Updated : Oct 23 2019, 12:19 PM
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वीडियो डेस्क। 27 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाएगी। हर घर में खुशियां होंगी। हर आंगन में दीये झिलमिलाएंगे। यह कहानी उन बुजुर्गों की है, जिनके लिए दिवाली का अब कोई खास महत्व नहीं बचा है। ये बुजुर्ग भोपाल के आनंद धाम वृद्धाश्रम में रहते हैं। इनमें से ज्यादातर को याद नहीं कि उन्होंने अपनी आखिरी दिवाली कब मनाई थी। वहीं कुछ बुजुर्ग याद करना भी नहीं चाहते। कोई बुजुर्ग आश्रम में 2 साल पहले आया है, तो कुछ 14-15 साल पहले। इन बुजुर्गों में से कइयों ने 40 साल पहले अपने घर में अपनों के बीच दिवाली मनाई थी। इस बार की दिवाली भी कैसी रहेगी इन बुजुर्गों की, इसे जानने एशियानेट हिन्दी न्यूज पहुंचा आनंद धाम वृद्धाश्रम। इन बुजुर्गों ने जो कहानियां सुनाई, वो बेहद भावुक करने वाली हैं। बहरहाल, मकसद यही है कि इन बुजुर्गों को इनका परिवार मिले और दिवाली यादगार रहे। 

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