माघ मेला 2025 को लेकर योगी सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। कानपुर परिक्षेत्र से 270 स्पेशल बसें 24 घंटे चलेंगी। मौनी अमावस्या पर विशेष इंतजाम होंगे और 50 शटल बसें संगम क्षेत्र तक श्रद्धालुओं को पहुंचाएंगी।
कानपुर। महाकुम्भ-2025 के सफल आयोजन के बाद अब योगी सरकार ने माघ मेला 2025 की तैयारियां तेज कर दी हैं। श्रद्धालुओं को प्रयागराज तक लाने और वापस ले जाने के लिए इस बार कानपुर परिक्षेत्र से 270 माघ मेला स्पेशल बसें चलाई जाएंगी। ये बसें 24 घंटे सेवा में रहेंगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो।
6 प्रमुख स्नान पर्वों पर चलेगी 270 माघ मेला स्पेशल बसें
योगी सरकार का फोकस इस बात पर है कि श्रद्धालुओं को समय पर बसें मिलें और यात्रा सुगम बनी रहे। इस बार 6 स्नान पर्वों के दौरान इन स्पेशल बसों के जरिए श्रद्धालु आसानी से प्रयागराज पहुंच सकेंगे। यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए कानपुर रोडवेज ने पुख्ता इंतजाम किए हैं।
यात्रियों की संख्या के अनुसार होगा बसों का संचालन
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC), कानपुर परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक महेश कुमार ने बताया कि कानपुर परिक्षेत्र से माघ मेले के लिए 270 बसों का संचालन यात्रियों की उपलब्धता के अनुसार किया जाएगा, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत अतिरिक्त बसें लगाई जा सकें।
झकरकटी बस अड्डा बनेगा मुख्य केंद्र
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए झकरकटी बस अड्डा को बस संचालन का मुख्य केंद्र बनाया गया है। बेहतर प्रबंधन के लिए बसों की जिम्मेदारी अलग-अलग डिपो को सौंपी गई है।
इन डिपो की बसें रहेंगी प्रयागराज रूट पर
क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि माघ मेले के दौरान माती डिपो (कानपुर देहात), फतेहपुर डिपो, उन्नाव डिपो की बसों को भी प्रयागराज रूट पर लगाया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को पर्याप्त संख्या में बसें उपलब्ध हो सकें।
श्रद्धालुओं के लिए 50 विशेष शटल बसों की व्यवस्था
लंबी दूरी की बसों के साथ-साथ 50 शटल बसें भी चलाई जाएंगी। ये शटल बसें प्रयागराज के बाहरी बस स्टैंड से श्रद्धालुओं को संगम क्षेत्र के नजदीकी स्थानों तक पहुंचाएंगी और वापस लाएंगी। इससे बुजुर्गों और बच्चों को पैदल चलने की परेशानी नहीं होगी।
बसों की स्थिति और सुविधाओं पर विशेष ध्यान
परिवहन विभाग के अनुसार सभी बसों की स्थिति अच्छी रखी जाएगी। बसों में- फॉग लैंप, हेडलाइट, हॉर्न, विंडो कैचर, सीटों की स्थिति, साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा सभी बसों पर रूट के अनुसार मेला स्टीकर लगाए जाएंगे, ताकि श्रद्धालुओं को भ्रम न हो और वे आसानी से अपनी बस पहचान सकें।
मौनी अमावस्या पर रहेगी सबसे कड़ी निगरानी
क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि माघ मेले का सबसे बड़ा स्नान पर्व मौनी अमावस्या होता है, इस दिन यात्रियों की संख्या सबसे अधिक रहती है। इसे देखते हुए- झकरकटी बस अड्डे पर अतिरिक्त टिकट काउंटर, हेल्प डेस्क, अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती की तैयारी की जा रही है।
10-15 मिनट से ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा
बसों के फेरे इस तरह तय किए गए हैं कि किसी भी श्रद्धालु को 10 से 15 मिनट से अधिक इंतजार न करना पड़े। सभी डिपो प्रबंधकों को अलर्ट पर रखा गया है। खराब होने वाली बसों की जगह तुरंत दूसरी बस भेजने के लिए रिजर्व बेड़ा भी तैयार रखा गया है।
प्रमुख स्नान तिथियां जिन पर रहेगा विशेष फोकस
- मकर संक्रांति: 14 जनवरी
- मौनी अमावस्या: 18 जनवरी (इस दिन सबसे अधिक बसें चलेंगी)
- बसंत पंचमी : 23 जनवरी
श्रद्धालुओं की सुविधा हमारी प्राथमिकता: महेश कुमार
क्षेत्रीय प्रबंधक महेश कुमार ने कहा-
श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देना हमारी प्राथमिकता है। हमारा लक्ष्य है कि कानपुर और आसपास के जिलों से आने वाले किसी भी श्रद्धालु को प्रयागराज जाने के लिए इंतजार न करना पड़े। 270 बसों का बेड़ा तैयार है और अधिकारी 24 घंटे निगरानी करेंगे। सभी डिपो प्रबंधक और टेक्निकल स्टाफ पूरी तरह मुस्तैद रहेंगे ताकि यात्रा निर्बाध रहे।


