लॉकडाउन में गरीबों की जिंदगी पर दोहरी मार पड़ी। यह कहानी ऐसे ही एक पिता की है, जिसे अपने बेटे के दिल का ऑपरेशन कराने यूपी के सोनभद्र से छत्तीसगढ़ के रायपुर तक 700 किमी तक बाइक चलानी पड़ी। लॉकडाउन में गाड़ियां बंद होने से उसके पास दूसरा कोई उपाय नहीं था। वो महंगा किराया देकर प्राइवेट गाड़ी नहीं कर सकता था। दूसरा, इलाज पर लाखों रुपए भी खर्च नहीं कर सकता था। रायपुर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल में बच्चों की दिल की बीमारी का फ्री में इलाज किया जाता है।