Shivji Ke Mantra: हमारे धर्म ग्रंथों में शिवजी के अनेक मंत्रों के बारे में बताया गया है। लेकिन इन सभी में महामृत्युंजय मंत्र का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से मौत को भी मात दी जा सकती है।
Kin 5 Ko Ghar Se Bina Khana Khay Nahi Jane Dena Chahiye: हिंदू धर्म ग्रंथों में कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं, जिन्हें करने से हमारा सौभाग्य में वृद्धि होती है। ऐसी ही कुछ टिप्स ब्रह्मवैवर्त पुराण में भी बताई गई है।
Acharya Chanakya Financial Tips: आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में पैसों से जुड़ी कईं बातें बताई हैं, जो हम सभी के लिए बहुत ही काम की हैं। अगर इन बातों को हम अपने जीवन में उतार लें तो पैसों की तंगी से बचे रहेंगे।
Sakat Chauth 2025 Kab Hai: चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान श्रीगणेश हैं, इसलिए हर महीने की दोनों पक्षों की चतुर्थी तिथि को गणेशजी को प्रसन्न करने के लिए व्रत-पूजा की जाती है। इनमें से माघ कृष्ण चतुर्थी का विशेष महत्व है। इसे सकट चतुर्थी कहते हैं।
वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज अपने भक्तों को कईं ऐसे मंत्रों के बारे में बता देते हैं, जिनका जाप करने से जल्दी ही उनकी समस्या का समाधान होने लगता है। इन मंत्रों का जाप भी बहुत आसान होता है।
Bhavishay Malika Prediction: हिंदू धर्म ग्रंथ भविष्य मालिका में 2025 के बारे में कईं ऐसी बातें लिखी हैं, जिसे सुनकर किसी के भी पसीने छूट सकते हैं। इस ग्रंथ में 2025 में कोरोना से भी भयानक बीमारी फैलने की बात कही गई है।
Kinnar Akhada Prayagraj MahaKumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुरू होने वाले महाकुंभ में शामिल होने के लिए सभी अखाड़ों के साधु-संत वहां पहुंच चुके हैं। इन अखाड़ों के साथ एक और अखाड़ा भी है जो सबके लिए आकर्षण का केंद्र है। ये है किन्नर अखाड़ा।
kalpavaas 2025: हिंदू पंचांग का 11वां महीना माघ इस बार 14 जनवरी से शुरू होगा। इस महीने में लोग उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में संगम स्थान के तट पर कल्पवास करते हैं। कल्पवास के नियम बहुत ही कठिन हैं।
Paush Putrada Ekadashi 2025: एक हिंदू वर्ष में कुल 24 एकादशी होती है। इन सभी के नाम, महत्व और कथा अलग-अलग है। पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहते हैं। धर्म ग्रंथों में इसका विशेष महत्व है।
SuryaDev Aarti: हिंदू धर्म में सूर्य को प्रत्यक्ष देवता माना गया है यानी वो देवता जिन्हें हम अपनी आंखों से देख सकते हैं। पंचदेवों में भी सूर्य की पूजा का विधान है। इसकी वजह है कि बिना सूर्य की रोशनी से पृथ्वी पर जीवन संभव ही नहीं है।