विनय न मानत जलधि जड़...DGMO ने एक अलग अंदाज में सुनाई भारतीय सेना की शौर्य गाथा
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहा तनाव अब थम चुका है। 12 मई को DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें तीनों सेनाओं के बड़े अधिकारी भी शामिल थे। इस दौरान कुछ डायलॉग और उदाहरण के माध्यम से भारतीय सेना के शौर्य को बताया गया।
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विनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीति। बोले राम सकोप तब, भय बिनु होई न प्रीति।।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रामचरित मानस के सुंदर कांड की एक चौपाई का भी उल्लेख किया गया। जिसमें भगवान राम जब समुद्र से रास्ता देने की याचना करते हैं लेकिन वो उनकी बात नहीं सुनता। तब वे क्रोधित होकर अपना धनुष उठा लेते हैं।
याचना नहीं अब रण होगा..
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले एक वीडियो प्ले किया गया, जिसके बैकग्राउंड में रामधारी सिंह दिनकर की कविता गूंजती सुनाई दी। जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। हित वचन नहीं तूने माना, मैत्री का मूल्य न पहचाना। तो ले मैं भी अब जाता हूं, अंतिम संकल्प सुनाता हूं। याचना नहीं अब रण होगा, जीवन जय या कि मरण होगा।
पहलगाम तक भर चुका था पाप का घड़ा
2024 में शिवखोड़ी मंदिर को जाते समय यात्रियों को निशाना बनाया गया। 22 अप्रैल को पहलगाम में मासूम पर्यटकों पर हमला खतरनाक आतंकी ट्रेंड के उदारहण हैं। पहलगाम तक पाप का घड़ा भर चुका था।
पाकिस्तान ने इस लड़ाई को अपनी लड़ाई बनाया
हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ थी। इसलिए 7 मई को हमने केवल आतंकी अड्डों पर ही हमला किया। पर अफसोस, पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों का साथ देना उचित समझा और इसे अपनी लड़ाई बना लिया।
Ashes to Ashes dust to dust..
ब्रीफिंग के वक्त DGMO ने क्रिकेट और विराट कोहली के टेस्ट से संन्यास का जिक्र करते हुए कहा-70 के दशक में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मैच के दौरान, ऑस्ट्रेलिया के दो तेज गेंदबाजों डेनिस लिली और जेफ थॉमसन। उन्होंने इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइनअप को तहस-नहस कर दिया था। तब ऑस्ट्रेलिया ने एक कहावत निकाली थी - "Ashes to ashes, dust to dust, if Thomo don't get ya, Lillee must
दीवार की तरह खड़ा था हमारा एयर डिफेंस सिस्टम
एयरमार्शल एके भारती ने कहा- पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई में हमारा एयर डिफेंस सिस्टम देश के लिए दीवार की तरह खड़ा था। इसको भेद पाना दुश्मन के लिए नामुमकिन था।