दांत और मसूड़ों में होने वाला दर्द कई बार असहनीय हो जाता है। बिना दर्द की दवा लिए आराम नहीं मिलता। लेकिन मसूड़ों में समस्या शुरू होने पर कुछ घरेलू उपायों से काफी राहत मिलती है।
हर इंसान के लिए कम से कम 8 घंटे की नींद जरूरी है। कम नींद लेने की स्थिति में तनाव और अकेलापन तो बढ़ता ही है, कई तरह की दूसरी बीमारियां भी हो सकती हैं।
जीवनशैली में आ रहे बदलाव के कारण कई तरह की बीमारियां बढ़ रही हैं, जिनमें दिल से जुड़ी बीमारियां प्रमुख हैं। अब कम उम्र के लोग भी हार्ट डिजीज के शिकार हो रहे हैं।
देश में डायबिटीज के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। यह एक लाइलाज बीमारी है। खान-पान में परहेज बरत कर ही इस पर नियंत्रण किया जा सकता है।
आजकल सेनेटाइजर का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। इसका इस्तेमाल खास कर अस्पतालों में ज्यादा होता है। डॉक्टर्स और दूसरे स्वास्थ्य कर्मचारी अक्सर साबुन से हाथ धोने की जगह सेनेटाइजर का ही यूज करते हैं।
स्वस्थ रहने के लिए लाइफस्टाइल का सही होना जरूरी है। वहीं, कुछ ऐसी आदतें होती हैं, जिनकी वजह से इंसान समय से पहले कमजोर और बूढ़ा दिखाई पड़ने लगता है।
हाल ही में एक शोध में यह बात सामने आई है कि तनाव और चिंता की वजह से समय से पहले बाल सफेद होने लगते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि जल्दी ही इस समस्या को दूर करने के उपाय ढूंढ लिए जाएंगे।
जैसे भोजन में नमक का होना जरूरी है, उसी तरह चीनी का भी। लेकिन जैसे ज्यादा नमक खाने से शरीर को कई नुकसान होते हैं, जरूरत से ज्यादा मात्रा में चीनी खाने से भी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
पार्किन्संस नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारी है। इस बीमारी में शारीरिक संतुलन को बनाए रख पाना कठिन हो जाता है और पूरा शरीर में कंपन होने लगता है। दुनिया भर में इस बीमारी से करोड़ों लोग पीड़ित हैं।
सर्दियों के मौसम में एक से एक लाजवाब चीजें खाने को मिलती हैं। सरसों के साग का आनंद भी इसी मौसम में लिया जा सकता है।