3 सितंबर, शनिवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी और अष्टमी तिथि का योग बन रहा है। इस दिन संतान सप्तमी का पर्व मनाया जाएगा। शनिवार को अनुराधा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा।
अंकशास्त्र, सामान्य तौर पर किसी व्यक्ति के जन्म की तारीख के कुल योग का अध्ययन करता है। इसी के आधार पर उसके भविष्य के बारे में आंकलन किया जाता है। जन्म तारीख से ही मूलांक, जन्मांक और भाग्यांक के बारे में पता किया जा सकता है।
2 सितंबर, शुक्रवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी सप्तमी तिथि का योग बन रहा है। इस दिन विशाखा नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा इंद्र और वैधृति नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
भविष्य जानने की कई विधाएं हमारे समाज में प्रचलित है। अंक ज्योतिष भी इनमें से एक है। इसमें व्यक्ति के जन्म तारीक और समय के आधार पर गणनाएं की जाती है और संभावित भविष्य के बारे में बताया जाता है। इसे न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
आज (1 सितंबर, गुरुवार) भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी और षष्ठी तिथि का संयोग बन रहा है। गुरुवार को स्वाती नक्षत्र होने से स्थिर नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा ब्रह्म और इंद्र नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे।
न्यूमरोलॉजी के अनुसार, व्यक्ति पर उसी अंक का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है, जो उसका मूलांक होता है। यदि एक व्यक्ति का अंक किसी दूसरे व्यक्ति के अंक के साथ मेल खा रहा हो तो दोनों व्यक्तियों के मध्य एक अच्छा संबंध बनता है।
31 अगस्त, बुधवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी और पंचमी तिथि का संयोग बन रहा है। बुधवार को चित्रा नक्षत्र होने से कालदण्ड नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा शुक्ल, लंबोदर, वीणा, वरिष्ठ, उभयचरी और अमला नाम के योग भी इस दिन रहेंगे।
अंक ज्योतिष के अनुसार, 1 से 9 तक सभी संख्याओं का किसी न किसी ग्रह से विशेष संबंध होता है। ये संख्याएं इन ग्रह का प्रतिनिधित्व करती हैं। ज्योतिष की तरह ही देखा जाता है कि ये ग्रह व्यक्ति के अस्तित्व को परिणामी रूप से प्रभावित करते हैं।
30 August 2022 Rashifal: आज (30 अगस्त, मंगलवार) भाद्रपद मास की तृतीया और चतुर्थी तिथि का संयोग बन रहा है। मंगलवार को हस्त नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा शुभ नाम के एक अन्य योग भी इस दिन रहेगा।
अंक ज्योतिष का मूल है अंक। इसके अनुसार, हर अंक एक अलग स्पेस-टाइम, और डायमेंशन में प्रतिध्वनि करता है। अंक केवल गणना के लिए नहीं, अपितु इस पूरे ब्रह्माण्ड की संरचना में काम आते है। उनके द्वारा निर्माण और नाश दोनों संभव है।