अंक शास्त्र के अनुसार लोगों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में उनसे संबधित संख्या का विश्लेषण कर बहुत कुछ बताया जा सकता है | अंक शास्त्र में कई प्रकार के अंक होते है जैसे जन्मांक, भाग्यांक, नामांक आदि। इन सभी का अलग-अलग महत्व होता है।
आज (16 सितंबर, शुक्रवार) आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी और सप्तमी तिथि का योग बन रहा है। इस दिन पहले कृत्तिका नक्षत्र होने छत्र और उसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से मित्र नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा सिद्धि नाम का एक अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेगा।
अंक ज्योतिष के अनुसार, मूलांक जन्म तारीख के योग को कहते हैं। यानी अगर किसी व्यक्ति का जन्म 24 मई को हुआ है तो उसकी जन्म तारीख के अंकों का योग 2+4=6 होगा। इस तरह 6 उस व्यक्ति का मूलांक भी होगा।
आज (15 सितंबर, गुरुवार) श्राद्ध पक्ष की पंचमी और षष्ठी तिथि का संयोग बन रहा है। गुरुवार को कृत्तिका नक्षत्र होने से पद्म नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा हर्षण और वज्र नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
अंक ज्योतिष में मूलांक एक से नौ तक माने गए हैं। ये आपकी जन्म की तारीख से तय होता है। यदि आपका जन्म 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 और 9 तारीख में हुआ है तो वही अंक आपका मूलांक होगा।
आज (14 सितंबर, बुधवार) आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी और पंचमी तिथि का संयोग बन रहा है। बुधवार को भरणी नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा ध्रुव और व्याघात नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
अंकशास्त्र के अनुसार अपने नंबर निकालने के लिए आप अपनी जन्म तिथि, महीने और वर्ष को इकाई अंक तक जोड़ें और तब जो संख्या आएगी, वही आपका भाग्यांक होगा। अंक शास्त्र को न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
आज (13 सितंबर, मंगलवार) आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया और चतुर्थी तिथि का संयोग बन रहा है। मंगलवार को आश्विन नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा वृद्धि और ध्रुव नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
हमारी लाइफ में अंकों का विशेष महत्व है। अंकों का महत्व इतना है कि इनके आधार पर व्यक्ति के स्वभाव, उसकी आदतों, सोचने और काम करने के तरीकों के अलावा उसके भाग्य तक को पढ़ा जा सकता है। इसे न्यूमरोलॉजी कहते हैं।
आज (12 सितंबर, सोमवार) भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया और तृतीया तिथि का संयोग बन रहा है। सोमवार को पहले उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से गद और उसके बाद रेवती नक्षत्र होने से मातंग नाम के 2 शुभ योग इस दिन बनेंगे।