आज (21 अगस्त, रविवार) भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। रविवार को मृगशिरा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। साथ ही हर्षण नाम का एक अन्य शुभ योग भी रहेगा। रविवार को राहुकाल शाम 05:15 से 06:50 तक रहेगा।
अंक शास्त्र में बार-बार भाग्यांक शब्द का जिक्र आता है। भाग्यांक का अर्थ है वह अंक जिससे आपका भाग्य आपका साथ दे अर्थात किस्मत चमकाने वाला अंक। वास्तव में गणना द्वारा निकाला हुआ यह अंक ही लोगों के लिए भाग्यशाली होता है।
अंक शास्त्र भी वैदिक ज्योतिष की ही तरह गणनाओं के आधार पर व्यक्ति के भविष्य के बारे में जानकारी देता है। अंक शास्त्र में गणना का मुख्य कारक व्यक्ति की जन्म तारीख होती है। अंक शास्त्र में प्रत्येक ग्रह के लिए 1 से लेकर 9 तक एक अंक निर्धारित किया गया है।
आज (19 अगस्त, शुक्रवार) भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। शुक्रवार को महालक्ष्मी, बुधादित्य, ध्रुव, छत्र कुलदीपक, भारती, हर्ष और सत्कीर्ति नाम के 8 शुभ योगों का संयोग बन रहा है।
अंक ज्योतिष कई सौ सालों से भविष्य जानने की एक कला के रूप में हमारे बीच मौजूद है लेकिन कम ही लोग इसके बारे में जानते हैं। इस विधा में जन्म तारीख को जोड़कर एक खास अंक निकाला जाता है, जिसे मूलांक कहते हैं।
18 अगस्त, गुरुवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि रहेगी। गुरुवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से पद्म नाम का शुभ योग और उसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से लुंबक नाम का अशुभ योग बनेगा। साथ ही इस दिन वृद्धि और ध्रुव नाम के 2 अन्य शुभ योग भी रहेंगे।
अंक ज्योतिष के अनुसार, किसी भी व्यक्ति की जन्म तिथि से उसके मूलांक, भाग्यांक और नामांक के बारे में जा सकता है। अगर आप किसी भी महीने की 5 तारीख को पैदा हुए हैं तो आपका मूलांक 5 होगा।
आज (17 अगस्त, बुधवार) को भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है। इस दिन हल षष्ठी का उत्सव मनाया जाता है। बुधवार को अश्विनी नक्षत्र होने से मृत्यु, साथ ही गण्ड नाम का एक अन्य अशुभ योग भी इस दिन रहेगा। बुधवार को राहुकाल दोपहर राहू दोपहर 12:30 से 02:06 तक रहेगा।
आज (16 अगस्त, मंगलवार) भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि रहेगी। इस दिन गोगा पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। मंगलवार को रेवती नक्षत्र होने से शुभ नाम का योग इस दिन रहेगा। साथ ही इस दिन शूल नाम का एक अन्य योग भी रहेगा।
अंक ज्योतिष में जन्मतिथि के अंकों का जोड़कर मूलांक, भाग्यांक और नामांक निकाला जाता है। इसके लिए सेकंड तक के अंकों का बारीकी से ध्यान रखना होता है। ग्रहों, 12 राशियों और 27 नक्षत्रों को ध्यान में रखते हुए इन भाग्यांकों से नतीजों का पता चलता है।