Budh Vakri Rashifal: 21 अप्रैल, शुक्रवार से बुध ग्रह मेष राशि में वक्री हो चुका है यानी टेढ़ी चाल चलने लगा है। बुध के वक्री होने से सभी राशि के लोगों पर इसका शुभ-अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा।
लव लाइफ पर सबसे ज्यादा असर डालने वाला ग्रह शुक्र इस समय स्वराशि वृषभ में है। इस राशि में शुक्र बलवान स्थिति में होता है यानी शुभ फल प्रदान करता है। शुक्र की ये स्थिति सभी राशि के लोगों की लव लाइफ पर असर डालेगी।
Weekly Horoscope April 2023: अप्रैल 2023 का चौथा सप्ताह 24 से 30 अप्रैल तक रहेगा। इस दौरान कई व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। चंद्रमा कई बार राशि बदलेगा, जिससे शुभ-अशुभ योग बनेंगे।
23 अप्रैल रविवार को धाता, सवार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, सौभाग्य और शोभन नाम के योग दिन भर रहेंगे। राहु काल शाम 5:11 से 6:47 तक रहेगा। रविवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें कैसा बीतेगा आपका दिन…
23 अप्रैल रोहिणी नक्षत्र होने से धाता नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इस दिन सुबह-सुबह कुछ देर के लिए सवार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि नाम के योग भी रहेंगे। इनके अलावा सौभाग्य और शोभन नाम के योग भी इस दिन रहेंगे।
23 अप्रैल, रविवार को वैशाख शुक्ल चतुर्थी तिथि है। इस दिन वरद चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। रविवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से धाता नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इस दिन सुबह-सुबह कुछ देर के लिए सवार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि नाम के योग भी रहेंगे।
Guru Chandal Yog 2023: 22 अप्रैल, शनिवार की सुबह गुरु ग्रह मीन से निकलकर मेष राशि में प्रवेश कर चुका है। इसी के साथ विनाशकारी गुरु-चांडाल योग की शुरूआत भी हो चुकी है। अगले 6 महीने तक ये अशुभ योग बना रहेगा।
22 April 2023 Rashifal: 22 अप्रैल, शनिवार को ध्वजा, श्रीवत्स आयुष्मान, सौभाग्य, त्रिपुष्कर, सवार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि नाम के 7 शुभ योग रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:15 से 10:50 तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें कैसा बीतेगा आपका दिन…
22 अप्रैल, शनिवार को कृत्तिका नक्षत्र होने से ध्वजा और इसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा आयुष्मान, सौभाग्य, त्रिपुष्कर, सवार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि नाम के 5 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे।
22 अप्रैल, शनिवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि रहेगी। इस दिन परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाएगा। शनिवार को कृत्तिका नक्षत्र होने से ध्वजा और इसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के 2 शुभ योग बनेंगे।