विक्रम लैंडर के चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग कर ली है। यह प्रक्रिया शाम करीब 5:45 बजे शुरू हुई। शाम 6:04 बजे लैंडिंग हुई। इस दौरान 20 मिनट बेहद तनाव भरे रहे।
भारत का चंद्रयान-3 अब इतिहास रचने के बेहद करीब है। बुधवार 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर इसरो (ISRO) चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम चंद्रमा की सतह पर उतारेगा। हालांकि, लैंडिंग से पहले 17 मिनट बेहद कठिन हैं।
बुधवार शाम 6:04 बजे चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) ने चंद्रमा पर लैंडिंग की। डॉ एस सोमनाथ, पी वीरमुथुवेल, एस उन्नीकृष्णन नायर और एम शंकरन ने इसरो के मून मिशन में अहम रोल निभाया है।
स्पेसक्रॉफ्ट चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर लैंडिंग की सफलता के लिए दुनियाभर में दुआओं का दौर चल रहा है। भारतीय अमेरिकी 'हवन' (अग्नि अनुष्ठान) और 'अभिषेकम' जैसे धार्मिक अनुष्ठान करते देखे गए।
भारत के महत्वाकांशी मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के लिए लंदन के उक्सब्रिज में भारतीय छात्रों और रिसर्च स्कॉलर्स ने आद्या शक्ति माताजी मंदिर में एक विशेष प्रार्थना का आयोजन किया।
भारत के मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) का नेतृत्व इसरो (ISRO) के चेयरमैन डॉ. एस. सोमनाथ कर रहे हैं। सोमनाथ रॉकेट की डिजाइनिंग के मास्टर हैं।
पूरा देश ही नहीं विश्व अपने चंद्रयान-3 को चांद की सतह पर उतरते हुए देखने को उत्साहित है। भारतीय समयानुसार बुधवार शाम 5.45 मिनट से विक्रम 25 किलोमीटर की ऊंचाई नीचे उतरना शुरू करेगा।
देशवासी अपने अपने तरीकों से चंद्रयान-3 की सफलता की कामना कर रहे हैं। लखनऊ में इस्लामिक सेंटर पर स्टूडेंट्स ने नमाज पढ़कर चंद्रयान-3 की सफलता की कामना की है।
Chandrayaan 3 mission Team: चंद्रयान-3 टीम ने इस प्रोजेक्ट में बहुत सारी आकांक्षाएं और इच्छाएं निवेश की हैं। सरो ने 14 जुलाई को इसे लॉन्च किया था। 23 अगस्त 2023 को लगभग 18:04 बजे चंद्रयान-3 उतरेगा।
रूस का चंद्र मिशन लूना-25 क्रैश हो गया। इसके क्रैश होते ही करीब 47 साल बाद अंतरिक्ष में वापसी कर रहे रूस के सपने भी टूट गए। वहीं अब सभी की नजरें चंद्रयान-3 पर टिकी हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है।