इसरो ने स्पेस मिशन में महत्वूपर्ण सफलताएं हासिल की हैं। रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल से लेकर चंद्रमा पर सफल लैंडिंग और सूर्य के अध्ययन तक, इन मिशन ने भारत को अंतरिक्ष में बड़ी शक्ति बना दिया है। जानिए इसरो के 10 बड़े स्पेस मिशन के बारे में।
Chandrayaan 3: भारत के चंद्रयान-3 को चांद के साउथ पोल पर सल्फर मिला है। इसके अलावा चंद्रमा की सतह पर और भी कई तत्व पाए गए हैं, जिनमें एल्युमीनियम, कैल्शियम, आयरन, क्रोमियम, टाइटेनियम आदि शामिल हैं। आखिर इसका क्या फायदा होगा, जानते हैं।
चंद्रयान-3 ने जैसे ही चांद के साउथ पोल पर कदम रखा, इसके साथ ही भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। चंद्रयान मिशन की सफलता से शेयर बाजार भी उत्साहित है। स्पेस सेक्टर से जुड़ी कई कंपनियों के शेयर निवेशकों को तगड़ा मुनाफा दे सकता है।
चंद्रयान 3(chandrayaan-3) की सॉफ्ट लैंडिंग 23 अगस्त को वैज्ञानिको ने करा दी। वैज्ञानिकों ने इस मिशन को कामयाब बनाने के लिए दिन-रात एक कर दिया था। हम उन 3 महिला वैज्ञानिकों के बारे में बताने जा रहे हैं जो चंद्रयान 3 मिशन में अहम भूमिका निभाईं।
Chandrayaan-3 Mission Massage. भारत का चंद्रयान मिशन 23 अगस्त 2023 को शाम 6.04 बजे सफल हुआ। विक्रम लैंडर ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सफल लैंडिंग की है। इसके बाद पहला मैसेज दिया और पहली तस्वीरें भी इसरो को भेजी है।
23 अगस्त 2023 को शाम 6.04 बजे चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की थी। इस मिशन में ISRO की एक बड़ी टीम जी-जान से जुटी रही। इनमें एक हैं छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी वैज्ञानिक विकास श्रीवास।
एंटरटेनमेंट डेस्क।chandrayaan 3 का रोवर ने चांद पर सॉफ्ट लैडिंग कर ली है । शाम 6 बजकर 04 मिनट ( 23 अगस्त 2023 )पर तय समय पर लैंडर मून पर उतरा है। फिल्मों में साइंस फिल्मों का हमेशा से क्रेज रहा है। देखें वे फिल्में जो अंतरिक्ष अभियान पर बेस्ड हैं।
भारत के चंद्रयान-3 मिशन ने कामयाबी के झंडे गाड़ दिए हैं। 42 दिन बाद 23 अगस्त को चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की जमीन पर सफल लैंडिंग की। आइए जानते हैं उन हीरोज के बारे में जिनके कंधों पर थी चंद्रयान-3 मिशन की सफलता की जिम्मेदारी।