राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-3 मिशन से ली गई नई तस्वीरें जारी की हैं, जो भारत के ऐतिहासिक चंद्र मिशन के बारे में और जानकारियां प्रदान करती हैं।
केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने कहा है कि अमेरिका और रूस को चंद्रयान तीन से मिली जानकारी पाने का बेसब्री से इंतजार है। चंद्रयान तीन द्वारा जुटाए गए डाटा का विश्लेषण किया जा रहा है।
शुक्रवार को ISRO ने बताया कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के साथ कम्युनिकेशन स्थापित करने के प्रयास किए गए हैं ताकि उनकी जागने की स्थिति का पता लगाया जा सके।
इसरो आज चांद की सतह पर मौजूद विक्रम लैंडर (Vikram lander) और प्रज्ञान रोवर को दो सप्ताह की नींद से जगाने की कोशिश करेगा। अगर इसमें सफलता मिलती है तो दोनों आगे खोजबीन जारी रखेंगे।
इसरो (ISRO) ने बताया है कि 22 सितंबर को अगर चांद की सतह पर सो रहे विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को जगाने में सफलता नहीं मिली तो क्या होगा।
HEC टेक्निशियन दीपक कुमार उपरारिया की कहानी मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। इन्होंने चंद्रयान -3 के लॉन्चपैड पर काम किया था, लेकिन 8 महीने से सैलरी नहीं मिलने की वजह से रांची में सड़क किनारे एक दुकान पर इडली बेचना पड़ रही है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के LRO से चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की तस्वीर ली है। नासा ने बताया है कि विक्रम लैंडर ने चांद के दक्षिणी ध्रुव से करीब 600 किलोमीटर की दूरी पर लैंडिंग की है।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) के पास चांद पर मानव मिशन भेजने की क्षमता है। इसका प्रदर्शन विक्रम लैंडर ने किया है। इसरो ने इस घटना का वीडियो जारी किया है।
चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के साथ भेजे गए प्रज्ञान रोवर ने चांद की सतह पर 100 मीटर की दूरी तय कर ली है। इसरो ने ट्वीट कर बताया है कि प्रज्ञान ने शतक बना लिया है और पारी जारी है।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने मिशन चंद्रयान-3 से जुड़ा ताजा वीडियो शेयर किया है। इसमें बताया गया है कि प्रज्ञान रोवर ने कैसे चांद की सतह पर सल्फर की खोज की है।