Israel Iran Conflict: अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया, जिससे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है। ईरान ने बदला लेने की कसम खाई है, जिससे अमेरिकी नौसेना के 5वें बेड़े पर खतरा मंडरा रहा है। जानिए इस बेड़े का इतिहास और ताकत।

US attack on Iran: ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला कर अमेरिका रविवार को ईरान इजरायल जंग में कूद पड़ा। इससे मध्य पूर्व में स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। ईरान ने अमेरिका से बदला लेने की बात कही है।

रविवार अहले सुबह अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हवाई हमले किए। ये हमले दशकों में ईरान के खिलाफ सबसे प्रत्यक्ष अमेरिकी सैन्य कार्रवाई थी। इन हमलों से ईरान की परमाणु क्षमताओं को बड़ा झटका लगा है। ईरान के अधिकारियों ने धमकी दी है कि अमेरिका को ऐसा नुकसान पहुंचाएंगे जिसकी भरपाई नहीं हो सकेगी।

ईरान ने जवाबी कार्रवाई की कसम खाई है। इसके बाद से मध्य पूर्व में मौजूद अमेरिकी अड्डों की सुरक्षा बढ़ाई गई है। इस इलाके में कम से कम 19 जगहों पर अमेरिकी सेना है। इनमें बहरीन, इराक, कतर, कुवैत, सऊदी अरब और यूएई में महत्वपूर्ण अमेरिकी ठिकाने शामिल हैं। सबसे ज्यादा असुरक्षित ठिकानों में बहरीन के मीना सलमान में अमेरिकी नौसेना का 5वां बेड़ा मुख्यालय है। यह एक रणनीतिक कमांड सेंटर है। इसपर ईरान द्वारा हमला किए जाने का सबसे अधिक खतरा है।

क्या है अमेरिकी नौसेना का 5वां बेड़ा?

अमेरिकी नौसेना का 5वां बेड़ा मध्य पूर्व में अमेरिकी नौसैनिक अभियानों का कमान सेंटर है। इसका मुख्यालय नेवल सपोर्ट एक्टिविटी (NSA) बहरीन में है। यह मनामा के मीना सलमान बंदरगाह पर स्थित है। यह सेंटर फारस की खाड़ी, लाल सागर, अरब सागर और हिंद महासागर के कुछ हिस्सों में अमेरिकी नौसैनिक अभियानों की कमान संभालता है।

होर्मुज जलडमरूमध्य और बाब अल-मन्देब जैसे महत्वपूर्ण समुद्री रास्तों में सुरक्षा की देखरेख इसके द्वारा की जाती है। NSA बहरीन में अमेरिकी नौसेना बल केंद्रीय कमान (NAVCENT) है। अमेरिकी नौसेना के पांचवें बेड़े का मुख्य मिशन समुद्री डकैती विरोधी गश्त, टैंकर एस्कॉर्ट, तस्करी की रोकथाम और खतरा होने पर तुरंत मदद करना है। यह इलाके में समुद्री जहाज आजादी से आ जा सकें तय करता है। इसके साथ ही क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

क्या है अमेरिकी नौसेना के 5वें बेड़ा का इतिहास?

अमेरिकी नेवी के पांचवें बेड़े की स्थापना 26 अप्रैल 1944 को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई थी। इसने इवो जीमा, ओकिनावा और फिलीपीन सागर की लड़ाइयों में प्रमुख भूमिका निभाई है। अपने चरम पर यह बेड़ा विश्व का सबसे बड़ा लड़ाकू बल था। इसमें 535 युद्धपोत शामिल थे।

द्वितीय विश्व खत्म होने के बाद बेड़े को 1947 में निष्क्रिय कर दिया गया था। हालांकि, 48 साल के अंतराल के बाद, खाड़ी युद्ध के बाद मध्य पूर्व में एक स्थायी अमेरिकी नौसैनिक कमान तैयार करने के लिए इसे 1995 में फिर से सक्रिय किया गया।

कितनी है अमेरिकी नौसेना के 5वें बेड़े की ताकत?

अमेरिकी नौसेना के 5वें बेड़े के पास कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (CSG) और एम्फीबियस रेडी ग्रुप (ARG) या एक्सपेडिशनरी स्ट्राइक ग्रुप (ESG) शामिल हैं। इनके साथ डिस्ट्रॉयर, फ्रिगेट, पनडुब्बी, गश्ती जहाज और रसद जहाज हैं। किसी भी समय इस बेड़े में समुद्र में लगभग 15,000 कर्मी और NSA बहरीन में 1,000 से अधिक सहायक कर्मचारी शामिल होते हैं।