31 जनवरी 2022: यूपी चुनाव से जुड़ी बड़ी खबरें, टिकट न मिलने से सपा नेता की सदमे से मौत

यूपी चुनाव की चल रही तैयारियों के बीच सपा नेता की मौत का मामला सामने आया है। समाजवादी पार्टी की ओऱ से टिकट न मिलने पर बाराबंकी में सपा नेता राजा राजीव कुमार की तबीयत बिगड़ गई थी। दरअसल सपा की तरफ से उनके बेटे रितेश सिंह का टिकट काट दिया है। रितेश को टिकट न मिलने के कारण उनकी हालत गंभीर हो गई। दो दिन पहले हार्ट अटैक आने पर उन्हें लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। आईसीयू में उनका इलाज चल रहा था। यहां इलाज के दौरान आज उनकी मौत हो गई।  

| Updated : Feb 01 2022, 05:06 PM
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद से राजनीतिक पार्टियों के बीच सरगर्मियां तेजी से बढ़ गई हैं। सभी राजनीतिक दल जनता को रिझाने का पूरी प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में सोमवार को उत्तर प्रदेश से जुड़ी बड़ी खबरों से हम आपको रूबरू कराते हैं। 

यूपी चुनाव की चल रही तैयारियों के बीच सपा नेता की मौत का मामला सामने आया है। समाजवादी पार्टी की ओऱ से टिकट न मिलने पर बाराबंकी में सपा नेता राजा राजीव कुमार की तबीयत बिगड़ गई थी। दरअसल सपा की तरफ से उनके बेटे रितेश सिंह का टिकट काट दिया है। रितेश को टिकट न मिलने के कारण उनकी हालत गंभीर हो गई। दो दिन पहले हार्ट अटैक आने पर उन्हें लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। आईसीयू में उनका इलाज चल रहा था। यहां इलाज के दौरान आज उनकी मौत हो गई।  

बसपा प्रत्याशी हाजी रिजवान ने यूपी चुनाव के लिए नोटों की माला पहन बिना अनुमति की जनसभा, मुकदमा दर्ज
कुंदरकी से सपा के विधायक और मौजूदा चुनाव में बसपा प्रत्याशी हाजी रिजवान और समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। प्रत्याशी हाजी रिजवान ने रात में बड़ी संख्या में भीड़ जुटाकर सभा की। इसका फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इन वायरल वीडियो और फोटोज में वह नोटों की माला पहने हुए भी दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन भी नहीं किया गया। वहीं बिना अनुमति के सभा करने पर बसपा प्रत्याशी, जिला पंचायत सदस्य राबुल पाशा समेत 1 दर्जन लोगों के खिलाफ नामजद और 60 अन्य लोगों के खिलाफ आचार संहिता और कोविड गाइडलाइन उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ है। 

वर्दी पहने दारोगा अजीत भड़ाना ने भरी सभा में दिया इस्तीफा, कहा- यूपी चुनाव में बीजेपी वालों ने खून पी रखा है
यूपी के मेरठ में भाजपा नेताओं से परेशान होकर वर्दी पहले एक दरोगा ने भरी सभा में ही इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि विधायक और मंत्री धमकाकर वोट मांगते हैं। बीजेपी वालों ने खून पी रखा है। जिसके चलते वह नौकरी छोड़कर समाज के लिए इस्तीफा दे रहे हैं। वन दरोगा अजीत भड़ाना ने प्रत्याशी की सभा में ही सपा का दामन भी थाम लिया। मेरठ के गांव करीमपुर में समाजवादी पार्टी की सभा चल रही थी। इसी बीच वन दारोगा अजीत भड़ाना वहां पहुंचे। उन्होंने वर्दी उतारी और समाजवादी पार्टी की टोपी को पहन लिया। अजीत ने आरोप लगाया कि उनका विधायकों द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है। भाजपा के लिए समर्पित होने को उन पर दबाव बनाया जा रहा है। इसी के चलते वह इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं।

चुनाव आयोग के सभी निर्देशों को भूले रालोद प्रत्याशी, गाजे बाजे के साथ किया प्रचार
बडौत विधानसभा क्षेत्र में कौन विधायक बनेगा, कौन बडौत का बादशाह होगा, कौन जीतेगा कौन हारेगा ये तो यहां की जनता जनार्दन 10 फरवरी को तय करेगी लेकिन उससे पहले यहां रालोद के प्रत्याशियों का रसूख आप देख कर चौक जायँगे । रालोद प्रत्याशी को ना कानून की चिंता है ना ही चुनाव आयोग के निर्देशों की । शादी ब्याह की तरह आतिशबाजी, ढोल नगाड़ों, घोड़ा बग्गी का इंतज़ाम किया गया है और समर्थकों के साथ जमकर प्रचार कर रहे है । रालोद प्रत्याशी  के कुछ फ़ोटो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहे है। हालांकि बागपत प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करने की बात कही है ।

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