पुलिस विभाग की जमीन को नगर पालिका ने बना दिया डंपिंग ग्राउंड, ASP की इस पहल के बाद बदल गई सूरत

यूपी के उन्नाव जिले में पुलिस विभाग की जमीन पर 30 साल से नगर पालिका ने डंपिंग ग्राउंड बना दिया था। जिसके बाद एडिशनल एसपी की इस पहले से उस जमीन की पूरी तरह से सूरत बदल जाएगी। यहां पर 5000 पौधारोपण करने का निर्णय लिया गया है। अबतक 2200 पौधों को रोपा जा सकेगा।

| Updated : Jul 15 2022, 01:57 PM
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उन्नाव: उत्तर प्रदेश के जिले उन्नाव के चांदमारी स्थित पुलिस विभाग की 24 बीघा भूमि पर नगर पालिका ने कब्जा कर इसे 30 साल से कूड़ा डंपिंग ग्राउंड बना रखा था। जिसके बाद एडिशनल एसपी ने फायरिंग रेंज की जमीन पर पौधारोपण का निर्णय लिया है। यहां हजारों की संख्या में पौधों को लगाया जाना है, जिसके लिए खुद एडिशनल एसपी शशिशेखर सिंह सामने आए हैं। उन्होंने चांदमारी की जमीन पर पौधरोपण किया है, वहीं अभी तक 2200 पौधे लगाए जा चुके हैं। एडिशनल एसपी की इस पहल से लोगों को राहत मिल रही है क्योंकि यहां डंप कर जलाया जाने वाले कूड़े से लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती थी। लेकिन अब यहां पर पौधारोपण होने से लोग स्वस्थ्य हवा ले सकेंगे। वहीं एडिशनल एसपी शशिशेखर सिंह ने बताया की यहां पांच हजार पौधे रोपे जाने का लक्ष्य है।

दरअसल शहर से कुछ दूरी पर उन्नाव-हरदोई बाईपास के पास चांदमारी में पुलिस विभाग की जमीन है। जहां खाली पड़ी होने के चलते हजारों टन कूड़ा फेंका जाता था, वहीं अब पुलिस विभाग की पहल से यहां कूड़े की बदबू से जहां लोगों को सांस लेने में राहत मिलेगी  तो वहीं दूसरी ओर पौधारोपण होने से जनता को स्वस्थ्य हवा भी मिलेगी। चांदमारी की भूमि पर फायरिंग रेंज बनी है, पहले यहां पुलिस कर्मियों और रिक्रूटों को फायरिंग का प्रशिक्षण दिया जाता था। लेकिन जब से फतेहपुर चौरासी के काली मिट्टी में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र खुला तब से इसका प्रयोग बंद हो गया है। खाली जमीन पर नगर पालिका ने सड़क किनारे कूड़ा फेंकना शुरू किया। इसके बाद इसे कूड़ा डंपिंग स्थल बना लिया लेकिन अब पुलिस की पहल से जनता को बड़ा लाभ मिल रहा है। 

एडिशनल एसपी शशिशेखर सिंह ने बताया की चांदमारी की जो जमीन थी, उसका बहुत सालों से उपयोग नहीं हो पा रहा था। सरकार की मंशा के अनुसार हम लोगों ने पौधारोपण स्टार्ट कर दिया है और अब तक 2200 पौधे रोपे जा चुके हैं। उन्होंने बताया की पौधारोपण में जनता से काफी सहयोग मिल रहा है, वहीं उन्होंने बताया की हमारा लक्ष्य 5000 पौधों को लगाने का है। आगे कहते है कि जापानी पद्धति से पौधे लगाने के बारे में पता चला है, उसका भी उपयोग कर यहां ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएंगे। 

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