यूपी की उम्मीद: CM को लेकर मथुरा की महिलाएं बोलीं- 'मंदिर-मस्जिद की बातें नहीं जमीन पर काम करने वाला चाहिए'
यूपी का मुख्यमंत्री यह जानने के लिए एशियानेट न्यूज़ की टीम मथुरा पहुंची मथुरा में महिलाओं से उनके सीएम के बारे में जाना। कान्हा की नगरी की महिलाओं का कहना है कि हमें धरातल पर कार्य करने वाले मुख्यमंत्री की जरूरत है।
मथुरा: यूपी में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे ही नजदीक आ रही है वैसे भी सियासत का जो पारा बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री को लेकर क्या सोचती है महिलाएं और कैसा हो यूपी का मुख्यमंत्री यह जानने के लिए एशियानेट न्यूज़ की टीम मथुरा पहुंची मथुरा में महिलाओं से उनके सीएम के बारे में जाना। कान्हा की नगरी की महिलाओं का कहना है कि हमें धरातल पर कार्य करने वाले मुख्यमंत्री की जरूरत है। मंदिर मस्जिद अब बहुत हो गया है अब इसको खत्म किया जाए। रोजगार की बात करें बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा देने की बात करें ऐसा प्रदेश का मुख्यमंत्री हो। बहुत युवा डिग्री लेकर घूम रहे हैं लेकिन उन्हें कहीं भी रोजगार उपलब्ध नहीं हो रहा है। रोजगार के लिए युवाओं को एनसीआर की तरफ रुख करना पड़ता है और 8 हज़ार रुपये में डिग्री होल्डर काम कर रहे हैं।
मथुरा में कोई भी अच्छा हॉस्पिटल नहीं है और आगरा या दिल्ली पेशेंट को लेकर भागना पड़ता है। मथुरा में सरकार अच्छे हॉस्पिटल क्यों नहीं बना रही है। स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर मिलेगी तो यहां के लोग मथुरा में ही अपना इलाज कराएंगे। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि मथुरा में ऐसी कोई सरकारी यूनिवर्सिटी नहीं है जो अच्छी शिक्षा लोगों को मिल सके। शिक्षा प्राइवेट यूनिवर्सिटी में इतनी महंगी है कि उसकी फीस अफोर्ड पाना भी महंगा है। शिक्षा के लिए बच्चों को बेहतर स्कूल की जरूरत है जोकि यूपी में कहीं नहीं है। स्कूल अपनी मनमानी करते हैं।
महिलाओं ने यह भी बताया कि सबसे बड़ी समस्या यहां आवारा पशुओं की है। लोग दूध पीकर गायों को सड़क पर भटकने के लिए छोड़ देते हैं। आवारा पशु हादसे का भी कारण बनते हैं। प्रशासन को यह सोचना चाहिए कि जो लोग इन पशुओं को छोड़ते हैं उन पर कार्यवाही करें और यह पशुओं की समस्या दूर तब होगी जब पशुपालक अपनी गायों को केवल दूध के लिए ही ना समझे। गाय अगर पाली है तो उसका अच्छी तरह से देखभाल करें और दूसरों के ऊपर निर्भर न रहकर इन्हें इस तरह से ना छोड़ें।