सपा नेता को टिकट न मिलने पर समर्थकों का फूटा गुस्सा, पार्टी के झंडे में आग लगाकर अखिलेश यादव को कहे अपशब्द
हफिर्जुरहमान के समर्थकों ने उनकी मौजूदगी मेंआरोप लगाया कि दावेदारी का फार्म भरने वाले एक कडिंडेट से 45 हजार रूपये लिया गया। आरोप लगाया कि क्या भाजपा व योगी को केवल यादव ही हरा पाएंगे। कहा कि अखिलेश मुसलमान विरोधी हैं। कहा कि जब प्रदेश में दंगा हो रहा था तो ये लोग नाच देख रहे थे। इस दौरान सपा के मुखिया पर कई गंभीर आरोप लगाया गया।
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में गोरखपुर ग्रामीण से टिकट न मिलने पर शहर के रसूलपुर दशेहरी बाग में कार्यकर्ताओं ने सपा का ही झंडा जलाकर विरोध दर्ज किया। टिकट की दावेदारी किए सपा नेता हफिर्जुरहमान के समर्थकों ने अखिलेश मुर्दाबाद के नारे लगाए। हफिर्जुरहमान के समर्थकों ने उनकी मौजूदगी मेंआरोप लगाया कि दावेदारी का फार्म भरने वाले एक कडिंडेट से 45 हजार रूपये लिया गया। आरोप लगाया कि क्या भाजपा व योगी को केवल यादव ही हरा पाएंगे। कहा कि अखिलेश मुसलमान विरोधी हैं। कहा कि जब प्रदेश में दंगा हो रहा था तो ये लोग नाच देख रहे थे। इस दौरान सपा के मुखिया पर कई गंभीर आरोप लगाया गया।
आवेदन के नाम पर 17 करोड़ लेने का आरोप
समर्थक एकबाल अहमद अंसारी ने कहा कि सपा ने 403 सीटों के लिए 4400 आवेदन लिया गया। एक आवेदन का 45 हजार लिया गया। जिसके हिसाब से 17 करोड़ 60 लाख ले लिया। कहा कि हफिर्जुरहमान चुनाव किसी कीमत पर लड़ेंगे और हम सपा प्रत्याशी विजय बहादुर को हराएंगे। अखिलेश को किसी कीमत पर नहीं जीतने देंगे। वहीं वहां मौजूद कुछ अन्य मुस्लिम सपा कार्यकर्ता विजय बहादुर को अपना प्रत्याशी बताते मिले।
सपा ने बताया विरोधियों की साजिश
उनका कहना है कि हफिर्जुरहमान दो महीने से काम कर रहे हैं। वहीं विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि क्या मुसलमानों का हक नही है कि उसका भी नुमाइंदा टिकट पाए। कहा कि अखिलेश ने मुसलमानों का अपमान किया है। दरअसल सपा ने दो दिन पूर्व ही गोरखपुर ग्रामीण सीट से विजय बहादुर यादव को प्रत्याशी बनाया है। जिनका कई जगहों पर विरोध हो रहा है।
जबकि इस सीट से सपा से घोषित प्रत्याशी विजय बहादुर यादव का कहना है कि यह सब विरोधियों की साजिश है। टिकट देने का निर्णय राष्ट्रीय नेतृत्व का होता है। इस बार सपा की लहर देख भारतीय जनता पार्टी बदहवाश हो गई है। हारी हुई सीट इसलिए बीजेपी गठबंधन में निषादों को दे रही है। यह सब भाजपा और निषाद पार्टी की साजिश के तहत किया जा रहा है।