90 घंटे से चल रहा BHU छात्रों का प्रदर्शन, VC आवास के सामने रोका सड़कों का आवागमन
छात्र धरना दे रहे हैं और प्रॉक्टोरियल बोर्ड उन्हें हटाने में लगा हुआ है। छात्रों का कहना है कि परीक्षा से जस्ट पहले ऑफलाइन क्लास की अनिवार्यता उन्हें रास नहीं आ रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जल्दबाजी में गलत फैसला ले चुका है। हम चाहते हैं हाइब्रिड मोड में क्लासेज चलें और परीक्षा ओपन बुक एग्जाम की प्रणाली पर ली जाए। इससे छात्रों को हजारों किलामीटर दूर चलकर बनारस नहीं आना होगा।
वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 90 घंटे से लगातार चल रहे आंदोलन ने अब बड़ा रुख अख्तियार कर लिया है।कुलपति आवास के सामने दोनों ओर की सड़कों पर आवागमन रोक दिया गया है। वीसी आवास की ओर अब आ-जा नहीं सकते हैं। बड़ी संख्या में छात्र और छात्राएं आवास के गेट के सामने बैठ कर जोर-शोर से हाइब्रिड मोड में क्लास चलाने की मांग कर रहे हैं। रास्ता बंद हो जाने से अब दूसरे छात्रों, प्रोफेसरों, अध्यापकों, कर्मचारियों और डॉक्टरों को घूम कर आगे की ओर जाना पड़ रहा है।
छात्र धरना दे रहे हैं और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अधिकारी उन्हें हटाने में लगा हुआ है। छात्रों का कहना है कि परीक्षा से जस्ट पहले ऑफलाइन क्लास की अनिवार्यता उन्हें रास नहीं आ रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जल्दबाजी में गलत फैसला ले चुका है। हम चाहते हैं हाइब्रिड मोड में क्लासेज चलें और परीक्षा ओपन बुक एग्जाम की प्रणाली पर ली जाए। इससे छात्रों को हजारों किलामीटर दूर चलकर बनारस नहीं आना होगा।
छात्र हिमांशु मौर्य और उनके साथियों ने कहा कि अगर यही ऑफलाइन क्लासेज दो महीना पहले खुलतीं तो हम सभी उसका स्वागत करतें। यहां तक हम लोगों ने खुद की फिजिकल तौर पर कक्षाएं चलाने की बात कही थी। मगर जब एग्जाम नजदीक है और यहां से जाने का वक्त आया तो विश्वविद्यालय का महकमा सबको कैंपस बुलाकर एग्जाम लेने पर तुला है। यह फैसला तो कहीं से भी उचित नहीं है। हम इसी बात का विरोध कर रहे हैं।