Kissa UP Ka: इस घटना के बाद से मायावती ने साड़ी छोड़कर पहनना शुरु किया सलवार सूट
2 जून 1995 को हुए गेस्ट हाउस कांड ने मायावती के जीवन को बदल कर रख दिया। यूपी की राजनीति के इस कलंक वाले दिन को लोग कभी भी भुला नहीं सकते हैं। इस घटना के बाद से मायावती के पहनावे में भी बदलाव हो गया था। पहले अक्सर साड़ी में नजर आने वाली मायावती ने इस घटना के बाद से सलवार सूट पहनना शुरु कर दिया था।
लखनऊ: यूपी की राजनीति में बसपा सुप्रीमो मायावती की अलग ही पहचान है। भले ही बीते कुछ चुनावों में बहुजन समाज पार्टी राजनीतिक हासिए पर रही हो लेकिन आज भी मायावती को दिग्गज नेताओं के तौर पर जाना जाता है। विपक्षी दल आज भी मानते हैं कि बसपा का वोटबैंक या उनके समर्थक बहनजी की एक आवाज पर चुनाव की दिशा तय कर सकते हैं। भले ही चुनाव से पहले मायावती कुछ समय के लिए उतना एक्टिव न रही हों लेकिन उनके समर्थकों ने कभी भी अपना खेमा बदलने के बारे में कभी भी नहीं सोचा। फिलहाल आज हम मायावती के राजनीतिक करियर की नहीं बल्कि उनके जीवन से जुड़ी एक घटना और उसके बाद हुए बदलाव के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
2 जून 1995 को हुए गेस्ट हाउस कांड ने मायावती के जीवन को बदल कर रख दिया। यूपी की राजनीति के इस कलंक वाले दिन को लोग कभी भी भुला नहीं सकते हैं। इस घटना के बाद से मायावती के पहनावे में भी बदलाव हो गया था। पहले अक्सर साड़ी में नजर आने वाली मायावती ने इस घटना के बाद से सलवार सूट पहनना शुरु कर दिया था।
2 जून 1995 को यूपी की राजनीति में जो भी कुछ हुआ उसे भुलाया नहीं जा सकता है। मायावती ही नहीं जनता भी उस दिन को कभी भी भूल नहीं सकती है। उस दिन उन्मादी भीड़ ने सबक सिखाने के नाम पर बीएसपी सुप्रीमो की आबरू पर हमला करने का प्रयास किया। उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस काण्ड को गेस्टहाउस काण्ड कहा जाता है। यह घटना प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के माथे पर भी कलंक के तौर पर याद की जाती है।
उस दिन को लेकर तमाम बातें होती रही हैं लेकिन, यह आज भी कौतुहल का ही विषय है कि 2 जून 1995 को लखनऊ के राज्य अतिथि गृह में हुआ क्या था? इसको लेकर जानकारी मायावती के जीवन पर आधारित अजय बोस की किताब 'बहनजी' से मिल सकती है। इस किताब में गेस्टहाउस में उस दिन घटी घटना की जानकारी दी गयी है। ज्ञात हो कि मायावती के समर्थन वापसी के बाद जब मुलायम सरकार पर संकट के बादल गहराए तो सरकार को बचाने के लिए जोड़-घटाव किया जाने लगा। ऐसे में अंत में जब बात नहीं बनी तो एसपी के नाराज कार्यकर्ता और विधायक लखनऊ के मीराबाई मार्ग स्थित स्टेट गेस्ट हाउस पहुंच गए, जहां मायावती कमरा नंबर-1 में ठहरी हुई थीं।
कहा जाता है कि, उस दिन गेस्ट हाउस के कमरे में बंद बीएसपी सुप्रीमो के साथ कुछ गुंडों ने बदसलूकी और हाथापाई की। यही नहीं उस दौरान उनके कपड़े तक फाड़ दिए दिए गए। हालांकि उस दिन कुछ बीजेपी नेताओं और पुलिस के कुछ अफसरों के चलते ही उनकी जान बच पाई थी। माना जाता है कि इस घटना से सबक लेते हुए ही मायावती ने अपने कपड़े पहनने का ढंग ही बदल दिया था। गेस्ट हाउस कांड से पहले मायावती साड़ी पहना करती थीं लेकिन उसके बाद उन्होंने सलवार-सूट पहनना शुरू कर दिया।
गेस्ट हाउस कांड के बाद मायावती और सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बीच कटुता काफी बढ़ गई थी। हालांकि 27 सालों के बाद 19 अप्रैल 2019 को वह मैनपुरी में एक साथ एक मंच पर भी दिखाई दिए।