महिला प्रोफेसर ने बनाया ऐसा खास मॉडल, जिससे दृष्टिबाधित बच्चे हिंदी-अंग्रेजी भाषा में कर सकेंगे पढ़ाई

गुजरात की एक महिला प्रोफेसर ऐसा अनोखा मॉडल बनाकर तैयार किया है दृष्टिबाधित छात्रों के लिए  किसी वरदान से कम नहीं है। इस मॉडल के जरिए बच्चें अब किसी भी भाषा को आसानी से पढ़ सकते हैं। इसलिए अब उनको किसी की  जरुरत नहीं होगी। 

Arvind Raghuwanshi | Updated : Sep 17 2019, 02:50 PM
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सूरत (गुजरात). गुजरात की एक महिला प्रोफेसर ऐसा अनोखा मॉडल बनाकर तैयार किया है दृष्टिबाधित छात्रों के लिए  किसी वरदान से कम नहीं है। इस मॉडल के जरिए बच्चें अब किसी भी भाषा को आसानी से पढ़ सकते हैं। इसलिए अब उनको किसी की  जरुरत नहीं होगी। बस उनके पास यह खास तकनीक से बना मॉडल होना चाहिए।

इन भाषाओं को ब्रेल भाषा में कर देता है ट्रांसलेट 
जिस महिला प्रोफेसर ने यह खास मॉडल बनाया है उनका नाम है डॉ. निकिशा जरीवाला, जो सूरत में रहती हैं। प्रोफेसर के मुताबिक, उनका यह मॉडल हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती भाषा को ब्रेल भाषा में बदल देगा। जिसकी वजह से वह अब   हिंदी-अंग्रेजी में लिखे किसी भी जरुरी कागज को आराम से पढ़ सकती हैं। 

 दृष्टिबाधित  बच्चे आराम से पढ़ सकेंगे अखबार
प्रोफेसर के मुताबिक,  दृष्टिबाधित  बच्चे अब बिना किसी की मदद से अखबार पढ़ सकेंगे। इंटरनेट पर मौजूद ऑडियो को भी अब आसानी से सुन सकती हैं। खास तकीनक से बना यह मॉड़ल ड्रॉइंग और मैथ्स की इक्वेशन्स को भी स्पीच में भी ट्रांसलेट करेगा। साथ ही वो अब डिजिटल डॉक्युमेंट्स की स्टडी भी कर सकेंगे। डॉ. निकिशा जरीवाला ने बताया इसके लिए उन्होंने खुद  ब्रेल लिपि को सीखा है।
 

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