चीन में उईघर मुस्लिमों की हालत बदतर, कौन हैं उईघर मुस्लिम, क्यों खामोश है पाकिस्तान ?

एक्सप्लेनर। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। लेकिन इस समय पाकिस्तान का दोहरा रवैया सामने आया है। अमेरिका की दक्षिण और मध्य एशिया मामलों की मंत्री एलिस जी वेल्स ने कहा कि चीन में मुस्लिमों के हालात काफी बदतर हैं। उन्हें नजरबंदी शिविरों में रखा जा रहा है। लेकिन पाकिस्तान इस पर कोई चिंता जाहिर नहीं करता। वेल्स ने कहा कि वे पाक को इस मामले पर ज्यादा चिंता जाहिर करनी चाहिए, क्योंकि वहां मानवाधिकारों का उल्लंघन ज्यादा है। 

| Updated : Sep 28 2019, 06:11 PM
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एक्सप्लेनर। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। लेकिन इस समय पाकिस्तान का दोहरा रवैया सामने आया है। अमेरिका की दक्षिण और मध्य एशिया मामलों की मंत्री एलिस जी वेल्स ने कहा कि चीन में मुस्लिमों के हालात काफी बदतर हैं। उन्हें नजरबंदी शिविरों में रखा जा रहा है। लेकिन पाकिस्तान इस पर कोई चिंता जाहिर नहीं करता। वेल्स ने कहा कि वे पाक को इस मामले पर ज्यादा चिंता जाहिर करनी चाहिए, क्योंकि वहां मानवाधिकारों का उल्लंघन ज्यादा है। वेल्स ने आगे कहा, ट्रम्प प्रशासन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में चीन द्वारा मुस्लिमों के नजरबंदी शिविरों के भयानक हालात के मामलों को उठाया है। मुस्लिमों के लिए ऐसे हालात पूरे चीन में हैं। हम आगे भी इस मसले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाना जारी रखेंगे। वही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान संयुक्त राष्ट्र महासभा के साथ-साथ अन्य कई मंचों से भी कश्मीर मुद्दा उठा चुके हैं। लेकिन उन्हें किसी भी कोशिश में सफलता नहीं मिली। हाल ही में यूएन महासभा में इमरान ने खुद माना लिया कि वे कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने में असफल रहे। इमरान ने कहा था कि वे मामले की गंभीरता न समझ पाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से खफा हैं।  पाकिस्तान चीन के उईघर मुस्लिमों पर क्यों है खामोश और इसके क्या मायने। बता रहे हैं विदेशी मामलों के जानकार अभिषेक खरे।
 

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