मुंबई अटैक: जब गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी थी मुंबई...शाम होते होते लग गया था लाशों का ढ़ेर
वीडियो डेस्क। 26 नवंबर 2008 एक ऐसी तारीख जिसकी याद कर आज भी रौंगटे खड़े हो जाते हैं। देश की आर्थिक राजधानी में मौत का जो तांडव हुआ उसे 12 साल बाद भी कोई नहीं भुला पाया है।
वीडियो डेस्क। 26 नवंबर 2008 एक ऐसी तारीख जिसकी याद कर आज भी रौंगटे खड़े हो जाते हैं। देश की आर्थिक राजधानी में मौत का जो तांडव हुआ उसे 12 साल बाद भी कोई नहीं भुला पाया है। आतंकियों ने निहत्थे और बेगुनाह लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। इस अटैक में 170 लोगों की जान गई और 300 से अधिक घायल हो गए थे। मुबई हमले की इस बरसी पर आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं कि पाकिस्तान के आकाओं ने कैसे हिंदुस्तान में खून बहाया था।