क्या है Booster Dose, क्यों है जरूरी, 60 साल ऊपर के लोगों को दिखाना होगा ये सर्टिफिकेट

वीडियो डेस्क। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते केसों ने चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में कोरोना के बूस्टर डोज पर चर्चा शुरु हो गई है। कई देशों में वैक्सीनेटेड लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा रही है। पीएम मोदी ने शनिवार के देश के नाम संदेश में दोनों वैक्सीन लगवा चुके लोगों को बूस्टर डोज देने का फैसला किया है। 

Asianet News Hindi | Updated : Dec 27 2021, 06:41 PM
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वीडियो डेस्क। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते केसों ने चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में कोरोना के बूस्टर डोज पर चर्चा शुरु हो गई है। कई देशों में वैक्सीनेटेड लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा रही है। पीएम मोदी ने शनिवार के देश के नाम संदेश में दोनों वैक्सीन लगवा चुके लोगों को बूस्टर डोज देने का फैसला किया है। सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर, 60 साल से ऊपर के बीमार और बुजुर्गों को बूस्टर डोज लगाई जाएगी। जनवरी से बूस्टर डोज लगना शुरु हो जाएगा। ऐसे में बूस्टर डोज के लिए कई तरह के सवाल भी मन में उठ रहे हैं। कि क्या है बूस्टर डोज, ये अलग तरह की वैक्सीन है या फिर पहले लगाई गई वैक्सीन की ही डोज है। साथ ही बूस्टर डोज के लिए किस तरह के सर्टिफिकेट की जरूरत रहेगी। आइये जानते हैं इन सवालों के जवाब...
 

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