एक मीटर से कम डिस्टेंसिंग पर कोरोना का खतरा 13% ज्यादा, डॉ. से जानें काम की बात

 कोरोनावायरस से दुनिया भर में 65 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि 3.88 लाख से ज्यादा की मौत हो चुकी है। दुनिया भर में लॉकडाउन के बाद जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। अब हमें कोरोना के साथ ही जीना सीखना पड़ेगा, क्योंकि यह कितना लंबा चलेगा, कुछ तय नहीं है। 

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वीडियो डेस्क। कोरोनावायरस से दुनिया भर में 65 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि 3.88 लाख से ज्यादा की मौत हो चुकी है। दुनिया भर में लॉकडाउन के बाद जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। अब हमें कोरोना के साथ ही जीना सीखना पड़ेगा, क्योंकि यह कितना लंबा चलेगा, कुछ तय नहीं है। ऐसे में सावधानी ही सबसे बेहतर उपाय है, जिसे अपनाकर हम संक्रमण का खतरा कम कर सकते हैं। इसका ताजा उदाहरण लैंसेट में छपी हालिया रिपोर्ट है, जिसके मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और आंखों-चेहरे को बचाकर हम संक्रमण का खतरा कई गुना घटा सकते हैं। लैंसेट में दुनिया भर में कोरोनावायरस और संक्रमण को लेकर हुए 172 अध्ययनों के मेटाडेटा का गहन विश्लेषण किया गया है। इसके मुताबिक सोशल डिस्टेसिंग अगर एक मीटर से कम हो तो संक्रमण का खतरा 13% रहेगा, जबकि दो लोगों के बीच का अंतर एक मीटर से कम होने पर खतरा 5 गुना तक घटकर 2.6% रह जाएगा। ऐसा ही मास्क लगाने और न लगाने की स्थिति में और आंखों की सुरक्षा से जुड़े मामले में भी होगा। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर सव्यसाची गुप्ता ने इसकी जानकारी दी। 

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