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भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर को किया नजरबंद, तो जल उठा प्रयागराज, 15 तस्वीरों में देखिए समर्थकों का नग्न तांडव
Bhim Army Protest: यूपी में भड़का दलित गुस्सा या थी कोई रची गई साजिश? प्रयागराज में चंद्रशेखर रावण को रोके जाने के बाद करछना की सड़कों पर मचा तांडव—बाइकें जलीं, बसें तोड़ी गईं, पुलिस पर हमला… दो घंटे तक जलती रही हिंसा की आग! पूरा सच क्या है?
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भीम आर्मी कार्यकर्ताओं का प्रयागराज में नग्न तांडव
भीम आर्मी प्रमुख एवं नगीना सांसद चंद्रशेखर को प्रयागराज एयरपोर्ट पर रोकने के बाद अचानक करछना जल उठा। दोपहर के वक्त भीड़ सड़क पर उतरी, नारेबाजी हुई और बाजार में मच गया तांडव। क्या यह विरोध था या साजिश?
एयरपोर्ट पर रोके गए सांसद चंद्रशेखर रावण
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर कौशांबी में रेप पीड़िता और करछना में दलित हत्याकांड में परिजनें से मिलने जा रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें प्रयागराज एयरपोर्ट पर ही रोक लिया। इसके बाद उन्होंने समर्थकों संग सर्किट हाउस के गेट पर धरना शुरू कर दिया।
करछना में जैसे लगी आग… भीड़ हो गई बेकाबू!
सांसद को रोके जाने की खबर फैलते ही करछना में भारी भीड़ जुटने लगी। भड़ेवरा बाजार में हजारों लोग इकट्ठा हुए और देखते ही देखते नारेबाजी उग्र हो गई।
पुलिस ने हटाना चाहा, भड़क गई भीड़
करछना-कोहड़ार मार्ग पर लगे जाम को हटाने पहुंचे पुलिसकर्मियों को भीड़ ने घेर लिया। पहले धक्का-मुक्की हुई, फिर शुरू हो गया पथराव और पुलिसकर्मी जान बचाकर भाग निकले।
पुलिस पर पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी
3:30 बजे के करीब हालात और बिगड़े। भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों पर हमला बोल दिया। डायल 112 की गाड़ी पलट दी गई, अन्य थानों की गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
पुलिस पर हमला, बैकफुट पर नजर आई पुलिस
भीम आर्मी के लोगों ने पुलिस टीम पर ही हमला कर दिया। आधा दर्जन से ज्यादा पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ कर उन्हें पलटा दिया।
15 बाइकें फूंकी, 42 बरामद… कौन थे ये लोग?
उपद्रव के बाद पुलिस को मौके से 42 लावारिस बाइकें मिलीं। 15 बाइकें पूरी तरह जला दी गईं। सवाल उठ रहा है – क्या यह अचानक भड़की भीड़ थी या किसी ने ये सब पहले से तय किया था?
सर्किट हाउस में डटे रहे चंद्रशेखर, करछना में गदर काटते रहे समर्थक
इधर सर्किट हाउस में सांसद चंद्रशेखर आजाद समर्थकों के साथ गेट पर धरने पर बैठे रहे। उन्होंने प्रशासन से दो विकल्प मांगे – या तो जाने दें या पीड़ित को यहीं बुलाएं। दूसरी तरफ उनके समर्थक करछना के भड़ेवरा बाजार में गदर काटते रहे।
पुलिस बल हुआ तैनात, हालात बिगड़ते रहे
करछना में हालात बिगड़ने पर कई थानों की फोर्स और PAC मौके पर भेजी गई। एडिशनल सीपी डॉ. अजयपाल शर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने हालात को संभाला।
पथराव में 6 पुलिसकर्मी घायल, बाजार बंद
इस बवाल में चौकी प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। भड़ेवरा बाजार में दुकानदारों ने दुकानें बंद कर लीं और आम लोग घरों में कैद हो गए।
50 से ज्यादा उपद्रवी चिह्नित, 20 हिरासत में
पुलिस ने घटनास्थल से फुटेज और फोटो के जरिए 50 से अधिक उपद्रवियों की पहचान की है। अब तक 20 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
गैंगस्टर और रासुका की तैयारी
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि उपद्रवियों पर सिर्फ FIR नहीं, बल्कि गैंगस्टर और रासुका (NSA) जैसी कठोर धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा।
क्या था पीछे कोई राजनीतिक इशारा?
सवाल अब उठने लगे हैं कि क्या यह हिंसा स्वतःस्फूर्त थी या इसे किसी राजनीतिक उद्देश्य से भड़काया गया? प्रशासन भी इस एंगल से जांच कर रहा है।
क्या चंद्रशेखर के समर्थन में हिंसा जायज़?
सांसद का कहना है कि उन्हें पीड़िता से मिलने से रोका जाना अन्याय है। लेकिन सवाल यह भी है – क्या इस समर्थन की आड़ में हिंसा जायज़ है?
जांच जारी, जवाब अभी बाकी है...
पूरा करछना अब पुलिस की निगरानी में है। उपद्रव के पीछे की सच्चाई को खोजा जा रहा है। लेकिन यह तय है – यह सिर्फ एक विरोध नहीं था, कुछ और गहराई है जिसकी परतें धीरे-धीरे खुलेंगी।