UP STF Encounter:हाईवे पर खौफ बन चुका संदीप, जो ट्रक ड्राइवरों को मारकर गायब हो जाता था, STF की गोलियों से बागपत में ढेर। 4 करोड़ की लूट और 16 केस का गैंगस्टर आखिर क्यों छुपा था? जानें मुठभेड़ की पूरी कहानी! 

Baghpat Encounter: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में रविवार रात एक हाई वोल्टेज मुठभेड़ में STF और पुलिस की संयुक्त टीम ने एक लंबे समय से वांछित इनामी अपराधी को मार गिराया। यह वही संदीप था, जो हाईवे पर ट्रक चालकों की हत्या कर ट्रकों सहित करोड़ों का माल लूट लेता था। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, हरियाणा के रोहतक निवासी संदीप पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित था और वह 16 से ज्यादा संगीन आपराधिक मामलों में वांछित चल रहा था।

मुठभेड़ में हुआ अपराधी संदीप का खात्मा, अस्पताल में तोड़ा दम

एसटीएफ नोएडा यूनिट और बागपत पुलिस की संयुक्त टीम को खुफिया जानकारी मिली थी कि संदीप अपने गैंग के साथ एक नई वारदात को अंजाम देने वाला है। पुलिस ने कोतवाली क्षेत्र में घेराबंदी की और जैसे ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू की, जवाबी कार्रवाई में संदीप को गोली लग गई। गंभीर रूप से घायल बदमाश को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

कौन था संदीप?

संदीप उर्फ संदीप पहलवान, पुत्र सतवीर, हरियाणा के रोहतक जिले के भैणी महाराजगंज का निवासी था। उसकी क्राइम हिस्ट्री पुलिस रिकॉर्ड में बेहद खौफनाक है। संदीप ट्रकों को निशाना बनाता था, और लूट से पहले ड्राइवरों की हत्या कर देता था ताकि कोई पहचान न कर सके। अब तक वह चार से ज्यादा ट्रक चालकों की हत्या कर चुका था।

4 करोड़ की निकिल प्लेट लूट का था मास्टरमाइंड

कानपुर के थाना पनकी क्षेत्र में हुई लगभग 4 करोड़ रुपये की निकिल प्लेट सहित ट्रक लूट की सनसनीखेज वारदात का मास्टरमाइंड भी संदीप ही था। इस केस में उत्तर प्रदेश पुलिस ने उस पर ₹1 लाख का इनाम घोषित किया था। तभी से एसटीएफ और तीन राज्यों की पुलिस उसकी तलाश में थी।

 

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16 से अधिक केस, 3 राज्यों में खौफ

बागपत एसपी सूरज कुमार राय के अनुसार, संदीप के खिलाफ उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और हरियाणा में कुल 16 से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, लूट, डकैती और आपराधिक साजिश शामिल हैं। उसने हाईवे को अपने जुर्म का अड्डा बना लिया था। जहां ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर वह माल से लदे ट्रक लेकर फरार हो जाता था।

STF की रणनीति और आखिरी ऑपरेशन

पुलिस ने बताया कि 29 जून की रात संदीप गिरोह की मूवमेंट की जानकारी मिलते ही इलाके में नाकेबंदी की गई। जवाबी फायरिंग में संदीप गंभीर रूप से घायल हुआ और बाद में उसकी मौत हो गई। इस मुठभेड़ में उसका एक साथी भी घायल हुआ जिसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

यूपी पुलिस का दावा – हाईवे से एक बड़ा खतरा खत्म

ADG STF अमिताभ यश ने प्रेस बयान में कहा, “संदीप हाईवे पर ट्रांसपोर्ट सिस्टम के लिए बड़ा खतरा बन चुका था। उसकी गिरफ्तारी लंबे समय से प्राथमिकता में थी। आज STF और पुलिस के तालमेल से एक बड़ा अपराधी खत्म हुआ है।”