योगेश भदौड़ा गैंग डी-75 गैंग से रजिस्टर्ड है। योगेश मेरठ के रोहटा थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। पुलिस पर जानलेवा हमले के मामले में आरोपियों पर कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया गया। बरामद हथियार, फायरिंग, और अपराध का रिकार्ड कोर्ट में रखा।
गोरखपुर जिले के गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षा कर्मियों पर हमले के बाद सीएम सिटी की सुरक्षा और पुख्ता होगी। शहर का प्रशासन क्यूआरटी टीम का गठन करने जा रहा है। जिससे सुरक्षा को सुचारू ढंग से चलाया जा सके। इस टीम को गोरखा रेजीमेंट के कमांडो प्रशिक्षण देंगे।
उत्तर प्रदेश के बांदा की एक अदालत ने क्षेत्राधिकारी और इंस्पेक्टर सहित 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. इस मामले में चार महिला सिपाही भी आरोपी हैं।
गोरखपुर के सिकरीगंज ग्राम सभा में कोटेदार का शव बगीचे में लटका हुआ मिला। राहुल के शव को फंदे से उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। मामले को लेकर पुलिस छानबीन में जुटी हुई है।
शुक्रवार की सुबह प्रहलादा के पास बहराइच-नानपारा मार्ग पर नानपारा की ओर से आ रही डीसीएम के चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिया, जिससे पीछे से आ रही बोलेरो डीसीएम से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए।
बिजनौर के स्योहारा में एक भाई ही अपने भाई का कातिल बन गया है और उसने अपने छोटे भाई की सिर्फ इसलिए हत्या कर दी क्योंकि वह मंदबुद्धि था। और उसकी हरकतों से वह काफी परेशान था।
केदारनाथ धाम यात्रा में हेली सेवा के नाम पर ठगी के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है। पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि अंशुमान ने जो टिकटें बुक कराई थीं, वे फर्जी थीं। अब उससे संपर्क नहीं हो पा रहा है।
गाजियाबाद में पुलिस ने मुठबेड़ में दुजाना गैंग के बदमाशों को ढेर किया। जिन बदमाशों को ढेर किया गया है वह दोनों ही इनामी बताए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक लंबे समय से क्राइम ब्रांच में तैनात पुलिसकर्मियों का नया खेल उजागर हुआ जिसमें ये पुलिसकर्मी शहर में अलग-अलग जगह दबिश देकर जब लोगों को उठाते हैं तो खुद को एसटीएफ से बताते थे। पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं इसका खुलासा तब हुआ जब उठाए गए लोगों के परिजनों ने एसटीएफ से संपर्क किया।
रूपए न देने पर रेफर का पर्चा थमा दिया गया। यही नहीं, रक्त देने के नाम पर अस्पताल में घूमते बिचौलियों ने भी 20 हजार रुपये की मांग की। अस्पताल से निकाली गई गर्भवती प्राइवेट बस स्टैंड के निकट जमीन पर पड़ी तड़पती रही। पचपेड़वा के नेतहवा गांव निवासी शब्बीर ने बताया कि उसकी पत्नी शाहिबा को चार माह का गर्भ था।