वीडियो डेस्क। होली से पहले के आठ दिनों को होलाष्टक कहा जाता है। इस बार यह 3 मार्च, मंगलवार से शुरू होगा, जो 9 मार्च, सोमवार तक रहेगा। इस दौरान विवाह आदि शुभ कार्य नहीं किए जाते। होलाष्टक के दौरान ग्रह उग्र अवस्था में होते हैं। इस दौरान कुछ खास उपाय करने से आपकी परेशानियां कम हो सकती हैं। ये उपाय इस प्रकार हैं-
महाभारत के अनुसार, सत्यवती राजा शांतनु की पत्नी थी। सत्यवती के दो पुत्र थे चित्रांगद और विचित्रवीर्य। विचित्रवीर्य का विवाह काशी की राजकुमारी अंबिका और अंबालिका से हुआ था। धृतराष्ट्र और पांडु विचित्रवीर्य की ही संतान थे।
साल 2020 का तीसरा महीना मार्च रविवार से शुरू हो रहा है। इस माह में हिन्दी पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास खत्म होगा और चैत्र मास शुरू होगा।
लौंग एक ऐसी चीज है, जो लगभग हर घर में पाई जाती है। इसका उपयोग भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। अनेक आयुर्वेदिक नुस्खों में भी लौंग का विशेष महत्व है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार ज्योतिष व तंत्र-मंत्र के उपायों में भी लौंग का उपयोग किया जाता है। लौंग के ऐसे ही कुछ आसान उपाय इस प्रकार हैं-
चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि पर होली (धुरेड़ी) का त्योहार मनाया जाता है। इसी समय शिशिर ऋतु समाप्त होती है व वसंत ऋतु प्रारंभ होती है। इस बार ये पर्व 10 मार्च, मंगलवार को है। प्राकृतिक दृष्टि से देखा जाए तो यह वही समय होता है, जब शिशिर ऋतु की ठंडक का अंत होता है और वसंत ऋतु की सुहानी धूप हमें सुकून पहुंचाती है। हमारे ऋषि मुनियों ने अपने ज्ञान और अनुभव से मौसम परिवर्तन से होने वाले बुरे प्रभावों को जाना और ऐसे उपाय बताए जिसमें शरीर को रोगों से बचाया जा सके।
वर्तमान समय में बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या है। नौकरी न होने के कारण न तो समाज में मान-सम्मान मिलता है और न ही घर-परिवार में।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर व्यक्ति के जीवन पर ग्रहों के परिवर्तन का असर होता है।
वीडियो डेस्क। शास्त्रों के अनुसार किसी भी काम की शुरुआत में भगवान गणेश की पूजा करने से काम बिना बाधा के पूरा हो जाता है। घर में नियमित रूप से गणेशजी की पूजा करते रहना चाहिए। गणेश पूजा में कई प्रकार की चीजें रखी जाती है। इन चीजों में से कुछ खास चीजें ऐसी हैं, जो कि घर में या पर्स में रखने से गणेशजी की कृपा बनी रहती है।
श्रीरामचरितमानस की चौपाइयों में लाइफ मैनेजमेंट से जुड़ी अनेक ऐसी बातें बताई हैं, जो आज के समय में भी हमें सही रास्ता दिखाती हैं। श्रीरामचरितमानस के अरण्यकांड में जब शूर्पणखा लक्ष्मण द्वारा नाक, कान काटे जाने के बाद रावण के पास जाती है, तब वह रावण को बताती है कि किन 6 को कभी छोटा यानी कमजोर नहीं समझना चाहिए। आज हम आपको उन्हीं 6 के बारे में बता रहे
ज्योतिष में सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि और राहु-केतु, ये नौ ग्रह बताए गए हैं। इन ग्रहों की अशुभ स्थिति के कारण ही हमारे जीवन में परेशानियां आती हैं।