मकान बनाने की शुरूआत प्लॉट खरीदने से होती है। बाकी बातों का ध्यान उसके बात ही रखा जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, प्लॉट खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
भगवान श्रीराम के जीवन का वर्णन यूं तो कई ग्रंथों में मिलता है, लेकिन इन सभी में वाल्मीकि रामायण में लिखे गए तथ्यों को ही सबसे सटीक माना गया है।
पूजा-पाठ में कई प्रकार के बर्तनों का उपयोग किया जाता है। कुछ धातुएं ऐसी हैं जो पूजा में वर्जित की गई हैं।
वीडियो डेस्क। इन दिनों चैत्र नवरात्रि का पर्व चल रहा है। नवरात्रि के दौरान प्रमुख देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। देवी के बहुत से ऐसे मंदिर हैं जो पहाड़ों पर बने हुए हैं। देवी के अलावा और भी
वीडियो डेस्क। ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसी चीजों का उपयोग किया जाता है, जो हमारे घर के किचन में ही आसानी से मिल जाती है जैसे- हल्दी। हल्दी का उपयोग अनेक उपायों में किया जाता है। कुछ उपायों में खड़ी (साबूत) हल्दी का उपयोग किया जाता है तो कुछ में हल्दी पाउडर का। प्राचीन समय से ही हमारे घरों
हर कोई यही चाहता है कि धन की देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद उस पर बना रहे। कम ही लोग ये जानते हैं कि मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूजन स्थान पर उचित रोशनी का होना भी बहुत जरुरी है।
25 मार्च, बुधवार से चैत्र नवरात्रि शुरू हो चुका है, जो 2 अप्रैल, गुरुवार तक रहेगी।
वीडियो डेस्क। धर्म शास्त्रों के अनुसार देवी शक्ति की उपासना नवरात्रि में पूरे विधि-विधान से की जाए तो सभी सुखों की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में विभिन्न प्रकार से देवी की पूजा के बारे में उल्लेख किया गया है। देवी भागवत (स्कंध 11
वीडियो डेस्क। चैत्र नवरात्रि से जुड़ी अनेक परंपराएं है। उन्हीं में से एक है जवारे बोने की। नवरात्रि के पहले दिन मिट्टी के एक पात्र में जवारे के बीज बोए जाते हैं। नौ दिन में ये जवारे हरी पत्तियों के रूप में बदल जाते हैं। इस परंपरा के पीछे सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि वैज्ञानिक तथ्य भी छिपे हैं। नवरात्रि के दौरान
चैत्र नवरात्रि की शुरूआत 25 मार्च, बुधवार से हो चुकी है, जिसका समापन 2 अप्रैल, गुरुवार को होगा।