वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को नृसिंह चतुर्दशी कहते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि को भगवान विष्णु ने नृसिंह अवतार लेकर दैत्यों के राजा हिरण्यकशिपु का वध किया था।
इस बार 5 मई को मंगल प्रदोष का योग बन रहा है। प्रदोष तिथि भगवान शिव की पूजा के लिए उपयुक्त है और मंगलवार हनुमानजी की उपासना के लिए। हनुमानजी, शिवजी के ही अवतार माने गए हैं। इसलिए 5 मई को बन रहा मंगल प्रदोष का योग बहुत ही शुभ है।
महाभारत का एक बहुत ही खास अंग है विदुर नीति, जिसमें महात्मा विदुरजी ने कई काम की बातें और नीतियां बताई है। वो बातों न की सिर्फ उस समय काम की थी बल्कि आज भी बहुत महत्व रखती है।
प्रत्येक महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 5 मई, मंगलवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है।
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नृसिंह जंयती मनाई जाती है। इस बार ये पर्व 6 मई, बुधवार को है।
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 3 मई, रविवार को है।
हर प्रेग्नेंट महिला चाहती है कि उसकी होने वाली संतान हेल्दी और किस्मत वाली हो। उसके जीवन में कभी कोई परेशानी न हो।
श्रीरामचरित मानस में लाइफ मैनेजमेंट के अनेक सूत्र बताए गए हैं। ये सूत्र आज के समय में भी प्रासंगिक हैं।
इस बार 3 मई, रविवार को मोहिनी एकादशी है। हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। इस तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
महाभारत हिंदू धर्म का महान ग्रंथ है। विद्वानों ने इसे पांचवां वेद भी कहा है। विदुर नीति भी इसी ग्रंथ का एक हिस्सा है।