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‘आप आराम से पहुंचो…’ पिता से आखिरी बार बात कर फूट-फूट कर रो पड़ीं बेटियां
अहमदाबाद की एक बेटी की आंखों में आंसू तब थम नहीं पाए, जब उसने अपने पिता से की आखिरी बातचीत को याद किया —आप आराम से पहुंचो... शाम को मिलते हैं पापा..." ये वो शब्द थे जो उन्होंने आखिरी बार फोन पर कहे थे, लेकिन शाम कभी नहीं आई… और पिता वापस कभी नहीं लौटे।