Shocking Relationship Crime: फरीदाबाद में एक महिला की हत्या के मामले में उसके ससुर पर गंभीर आरोप लगे हैं। पुलिस ने खुदाई में महिला का शव बरामद किया। जांच में रेप और हत्या की पुष्टि हुई।
Faridabad Horror: जिस ससुर को पिता तुल्य माना जाता है, अगर वही रिश्तों की मर्यादा तोड़ दे तो सोचकर भी रूह कांप उठती है। फरीदाबाद से आई एक चौंकाने वाली घटना में एक महिला की हत्या के मामले में ससुर पर गंभीर आरोप लगे हैं। उसपर हत्या और रेप का भी आरोप है। पहले पूरी कहानी जानते हैं।
फरीदाबाद की 24 वर्षीय तनु 21 जून से लापता थी। उसकी शादी दो साल पहले अरुण नाम के युवक से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल वालों ने दहेज और सोने की मांग को लेकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। पति भी इस अत्याचार में शामिल था। हालात से तंग आकर तनु मायके लौट गई थी। करीब एक साल बाद वह दोबारा ससुराल गई, लेकिन वहां से अचानक गायब हो गई। इसके बाद तनु के परिवार ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
ससुर ने गड्ढा खोद तनु को दफनाया था
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि कुछ समय पहले तनु के ससुर ने घर में एक गड्ढा खोदा था, जिसे जल्दबाज़ी में बंद कर कंक्रीट से ढक दिया गया था। जब पुलिस ने उस जगह की खुदाई करवाई, तो वहां से तनु का शव बरामद हुआ।जांच में सामने आया कि तनु के साथ पहले रेप किया गया और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई। रिपोर्ट के मुताबिक, ससुर ने पहले तनु को नींद की गोलियां दीं, फिर उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में गले में शॉल डालकर जान ले ली। हत्या की जानकारी मृतका के पति और सास को थी, लेकिन दुष्कर्म की बात की उन्हें जानकारी नहीं थी।
रिश्तों की हिफाजत में कहां हो जाती है चूक?
उपलब्धता का भ्रम
कभी-कभी कुछ रिश्तों में दिखाई देने वाली सुरक्षा बस एक दिखावा होती है। जब कोई अपने रिश्ते और जिम्मेदारी का गलत फायदा उठाता है, तो भरोसे की नींव हिल जाती है। जिस इंसान को पिता जैसा समझा जाता है, अगर वही नुकसान पहुंचा दे तो यह किसी भी रिश्ते को शर्मसार कर देता है।
फैमिली के सम्मान का डर
पारिवारिक सम्मान और डर के चलते पीड़ित कई बार चुप रहती है, जो आगे तकलीफ और शर्म का कारण बन सकता है। मृतिका के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ।
रिश्तों में सुरक्षा की कमी
विश्वास के नाम पर चलने वाली पारिवारिक व्यवस्थाओं को आज फिर से खंगालने की जरूत है।
रिश्तों में सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करें?
हर सदस्य के मूलभूत अधिकार को मजबूत करने के लिए कदम उठाया जाए।
परिवार में खुली बातचीत का माहौल बनाएं, जहां बिना किसी डर के कोई अपने दिल की बात कह सके।
रिश्तों में बाहरी सहयोग का होना जरूरी।
कड़े कानून और तुरंत गिरफ्तारी सुनिश्चित हो ताकि अपराधियों को संदेश मिल सकें।
वक्त आ गया है कि हम ये तय करें कि किस तरह का समाज बनाया जाए। जहां हर रिश्ते में सम्मान और बराबरी का हक हो। ना किसी में डर हो और ना ही छुपाव। तभी एक सिक्योर और न्यायपूर्ण मजबूत समाज बन पाएगा और रिश्ते की मर्यादा भी बची रहेगी।