सार
Abir Gulaal Movie: पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की फिल्म 'अबीर गुलाल' की भारत में रिलीज़ संकट में पहलगाम हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच फिल्म पर प्रतिबंध की खबरें।
Fawad Khan Film Abir Gulaal Release Update: पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की अपकमिंग फिल्म 'अबीर गुलाल' के भारत में रिलीज पर संकट गहरा गया है। इसकी वजह पहलगाम में हुए नरसंहार के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से बढ़ा तनाव है। 'अबीर गुलाल ' 9 मई को रिलीज होने वाली थी। लेकिन ताजा रिपोर्ट्स की मानें तो इस फिल्म की रिलीज पर प्रतिबंध लग गया है। रिपोर्ट्स में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि फवाद खान की फिल्म 'अबीर गुलाल' को भारत में रिलीज की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, अभी इस बारे में आधिकारिक घोषणा होना बाक़ी है।
पहलगाम हमले के बाद से हो रहा 'अबीर गुलाल' का विरोध
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला। आतंकवादियों ने दिनदहाड़े पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। कथित तौर पर आतंकियों ने पहले पर्यटकों से उनका धर्म पूछा, उन्हें कलमा पढ़ने को कहा। जिन लोगों ने कलमा पढ़ दिया, उन्हें छोड़कर बाकी लोगों को उन्होंने गोली मार दी। इस नरसंहार में 26 पर्यटकों की जान गई है, जबकि कई अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। हमले के बाद से लगातार पाकिस्तान का विरोध हो रहा है। पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की फिल्म 'अबीर गुलाल' को रिलीज की अनुमति ना देने की गुजारिश भी लोग कर रहे थे।
'अबीर गुलाल' में वाणी कपूर फवाद खान की हीरोइन
'अबीर गुलाल' क्रॉस बॉर्डर रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन आरती बागड़ी ने किया है। फिल्म में फवाद के अपोजिट एक्ट्रेस वाणी कपूर ने लीड रोल निभाया है। फवाद इस फिल्म से तकरीबन 9 साल बाद भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में वापसी कर रहे हैं। इससे पहले उन्हें 2016 में रिलीज हुई 'ऐ दिल है मुश्किल' में देखा गया था, जो जम्मू-कश्मीर के उरी में इंडियन आर्मी के हेड क्वार्टर पर आतंकियों के हमले के लगभग 40 दिन बाद रिलीज हुई थी। उरी अटैक में 19 भारतीय जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। जबकि इससे ज्यादा जवान घायल हुए थे। इस हमले के बाद भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर पाबंदी लगा दी गई थी।
अशोक पंडित ने ‘अबीर गुलाल’ की टीम को लगाई फटकार
फिल्म बॉडी इंडियन फिल्म एंड टेलीविज़न डायरेक्टर्स एसोसिएशन (IFTDA) के अध्यक्ष अशोक पंडित ने फिल्म का विरोध किया है और कड़े शब्दों में फिल्म की टीम को फटकार लगाई है। उन्होंने कहा, "यह घटना राष्ट्र के खिलाफ युद्ध की कारर्वाई है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ।ये अटैक 30 सालों से हो रहे हैं। एक फेडरेशन के तौर पर हम हाथ जोड़कर गुजारिश करते हैं कि पाकिस्तानियों के साथ काम ना करें। वे बकवास वजह लेकर आते हैं कि कलाकार हैं, कम्युनिटी है…लेकिन अंत में राष्ट्र ही पहले आता है। लोग सोचते हैं कि अगर मेरे घर का आदमी नहीं मरा तो कोई बात नहीं। मुझे फर्क नहीं पड़ता। लेकिन अगर इस फिल्म (अबीर गुलाल) की हीरोइन या मेकर्स के फैमिली मेंबर्स को आतंकियों ने गोली मारी होती तो वे उसके साथ (फवाद खान) काम नहीं करते।"
फेडरेशन ऑफ़ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लाइज ने भी किया अबीर गुलाल का विरोध
फेडरेशन ऑफ़ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लाइज (FWICE)के अध्यक्ष बी.एन. तिवारी ने भी एक बयान में 'अबीर गुलाल' का विरोध किया और कहा, "अबीर गुलाल को भारत में रिलीज नहीं होने देंगे। फिल्म के मेकर्स के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।"