सार

Pahalgam attack victims education support: पहलगाम हमले में जान गंवाने वालों के परिवारों के बच्चों की पढ़ाई का खर्च यूपी की इस यूनिवर्सिटी ने उठाने का अहम फैसला किया है। जानिए यूपी की कौन-सी यूनिवर्सिटी दे रही मुफ्त शिक्षा।

Education help for Pahalgam terror families: कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस दर्दनाक घटना के बाद अब उत्तर प्रदेश की लखनऊ यूनिवर्सिटी ने एक भावुक और सराहनीय कदम उठाया है। यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने घोषणा की है कि अगर इस हमले में मारे गए किसी भी व्यक्ति के परिवार का कोई सदस्य (Free Education For Pahalgam Terror Attack Victims Families) लखनऊ यूनिवर्सिटी (Lucknow University) में पढ़ना चाहता है, तो उससे किसी भी तरह की फीस नहीं ली जाएगी। 

Pahalgam Terror Attack Victims Families Education Support: पढ़ाई, हॉस्टल, किताबें और मेस सब फ्री

यूनिवर्सिटी ने साफ कहा है कि न सिर्फ ट्यूशन फीस, बल्कि हॉस्टल का किराया, मेस चार्ज और किताबों का खर्च भी यूनिवर्सिटी खुद उठाएगी। यानी, छात्र को कहीं से भी कोई खर्च नहीं करना होगा। यह पूरा बोझ यूनिवर्सिटी प्रशासन खुद उठाएगा ताकि पीड़ित परिवारों के युवाओं को पढ़ाई से जुड़ी किसी भी तरह की आर्थिक चिंता ना सताए।

कुलपति ने बताया इसे 'हमदर्दी और एकजुटता का प्रतीक'

प्रोफेसर आलोक राय ने इस फैसले को समझदारी, मानवता और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक छात्रवृत्ति योजना नहीं, बल्कि उन परिवारों को सम्मान और सहारा देने की कोशिश है, जिन्होंने अपनों को खोया है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि लखनऊ यूनिवर्सिटी से संबद्ध अन्य कॉलेज और विश्वविद्यालय भी इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाएंगे।

शिक्षा से मिलेगा आगे बढ़ने का रास्ता

कुलपति ने कहा कि शिक्षा ही वह रास्ता है जो मुश्किलों से उबरने का हौसला देती है। यूनिवर्सिटी की यह कोशिश पीड़ित परिवारों के लिए एक नई शुरुआत का मौका बन सकती है। ऐसे समय में जब आतंकवाद पूरे देश को चुनौती दे रहा है, हमें शिक्षा, सहानुभूति और एकजुटता के साथ जवाब देना होगा।

यह हमला केवल 26 लोगों पर नहीं, पूरे देश पर हमला है

प्रो. राय ने साफ शब्दों में कहा कि पहलगाम में हुआ हमला सिर्फ उन 26 लोगों पर नहीं था, बल्कि यह पूरे देश की अस्मिता पर हमला था। उन्होंने कहा कि हमें केवल सरकार पर ही नहीं, बल्कि समाज और संस्थाओं पर भी भरोसा करना होगा कि वो आगे बढ़कर ऐसी जिम्मेदारी निभाएं।