दक्षिण पश्चिम मानसून करीब पूरे देश में फैल चुका है। इसके साथ ही हादसों का सिलसिला भी चल पड़ा है। यह शॉकिंग कहानी ठाणे निवासी मार्केटिंग प्रोफेशनल गिरीश सुवर्णा की है, जिनकी कार 25 जून को मुंबई में अंधेरी सबवे के पास फंस गई थी। जैसे-तैसे उनकी जान बची।
बिहार के पूर्वी चंपारण में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। नाबालिग स्टूडेंट की मर्डर के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। मासूम छात्र को खौफनाक मौत देने की वजह थी की उसे टीचर ने सिगरेट पीते देख लिया था। इसके बाद जान जाने तक बेल्ट से पीटा।
फैमिली वैकेशन पर दिल्ली आई एक 35 वर्षीय टीचर साक्षी आहूजा की रविवार(25 जून) को रेलवे स्टेशन पर करंट लगने से हुई मौत ने बिजली विभाग को सोशल मीडिया पर ट्रोल करा रखा है। फजीहत के बाद BSES ने पब्लिक के लिए एक एडवायजरी जारी की है।
कई राज्यों में लगातार बारिश ने हाहाकारा मचा दिया है। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में झेलम नदी में बहने से भाई-बहन की मौत हो गई। 21 वर्षीय युवक की 26 जून को मौत हो गई, जबकि उसे बचाने नदी में कूदी बहन पहले ही दम तोड़ चुकी थी।
फैमिली वैकेशन पर दिल्ली आई एक 35 वर्षीय टीचर साक्षी आहूजा की रविवार(25 जून) को रेलवे स्टेशन पर करंट लगने से हुई मौत का मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग शॉक्ड हैं कि कैसे सड़क पर खड़ा एक खंभा मौत की वजह बन गया।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी से सटे चंदौली में देवांश यादव मर्डर मिस्ट्री का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आरोप है कि यह मर्डर उसकी एक्स गर्लफ्रेंड और BHU की स्टूडेंट अनुष्का तिवारी ने अपने नए प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर किया था।
ओडिशा के गंजम जिले में 25-26 जून की दरमियानी रात एक भीषण सड़क हादसे में 10 यात्रियों की मौत हो गई, 8 से अधिक लोग घायल हैं। गंजम की जिला मजिस्ट्रेट दिब्या ज्योति परिदा ने बताया कि घायलों को इलाज के लिए एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
त्रिपुरा का एक रोमांचक और परंपरागत त्योहार खर्ची पूजा(Kharchi Puja 2023) 26 जून से शुरू हुआ। यह 2 जुलाई तक चलेगा। यह त्रिपुरा के 14 देवताओं को याद करने का प्रमुख त्योहार है। इसमें जो अनुष्ठान(rituals) होता है, उसे खर्ची पूजा कहते हैं।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में रविवार दोपहर एक दंपती द्वारा अपने 10 वर्षीय बेटे सहित सुसाइड का मामला चर्चा में है। तीनों के शव उनके घर पर फंदे से लटके मिले थे। उन्होंने ऐसा कदम क्यों उठाया, यह रहस्य बना हुआ है।
बारिश का मौसम आते ही जर्जर और कमजोर बिल्डिंग्स गिरने का खतरा बढ़ गया है। मुंबई में फिर एक बिल्डिंग का हिस्सा गिरने से लोगों में डर बैठ गया। घाटकोपर ईस्ट में इमारत का एक हिस्सा गिर गया।