Amitabh Budholiya

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    Amitabh Budholiya

    बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं

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      इस पाकिस्तानी आतंकवादी को 5 साल पहले मानवीयता में छोड़ा गया था, बचकर कैसे निकलना है, लश्कर सिखाता है ट्रिक

      Aug 25 2022, 11:38 AM IST

      जम्मू. यह तस्वीर हाल में भारतीय सेना द्वारा दबोचे गए पाकिस्तानी आतंकवादी तबारक हुसैन की है। यह कई चौंकाने वाले खुलासे कर रहा है। इस आतंकवादी ने बताया कि उसे एक पाकिस्तानी कर्नल ने भारतीय पोस्ट पर अटैक करने के बदले में 30 हजार पाकिस्तानी रुपए (10,980 भारतीय रुपए) दिए थे। ये सारी बातें इस आतंकवादी ने एक वीडियो में कबूल की हैं। यह वीडियो एक न्यूज एजेंसी ने रिलीज किया है। हैरानी की बात यह है कि यह आतंकवादी पहले भी पकड़ा जा चुका है। तबारक को 2016 में भी इसी इलाके में भारतीय सेना ने पकड़ा था। उस समय ये अपने भाई हारून अली के साथ घुसपैठ करके भारत आया था। तब सेना ने उसे मानवीयता के आधार पर छोड़ दिया था। इसे नवंबर 2017 में पाकिस्तान वापस भेज दिया था। तब उसने यही बताया था कि गलती से बॉर्डर पार कर गया है। लेकिन इस बार उसका ये बहाना नहीं चल पाया। हालांकि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के कोटली के सब्ज़कोट गांव के रहने वाले 32 वर्षीय तबारक हुसैन को उसके साथी मरा समझकर भाग गए थे। उसकी जान भारतीय सेना ने ब्लड देकर बचाई। राजौरी में सैन्य अस्पताल के कमांडेंट ब्रिगेडियर राजीव नायर ने कहा कि उन्होंने उसे कभी आतंकवादी नहीं माना और उसकी जान बचाने के लिए किसी अन्य मरीज की तरह उसके साथ व्यवहार किया। जांघ और कंधे में दो गोली लगने के कारण उसका काफी खून बह गया था और हालत गंभीर थी। हमारी टीम के सदस्यों ने उसे तीन बोतल खून दिया, उसका ऑपरेशन किया और उसे आईसीयू में रखा। अब वो ठीक है।पढ़िए एक चौंकाने वाली कहानी...
       

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