शुक्रवार को चित्रा नक्षत्र होने से मुसल नाम का अशुभ योग बन रहा है, जो दिन भर रहेगा।
हाथों में जीवन रेखा का अध्ययन करके उम्र और सुख-दुख से जुड़ी बातें मालूम की जा सकती हैं।
ज्योतिष शास्त्र में एक ऐसी विधा भी है जिसके अनुसार किसी भी स्त्री के अंगों पर विचारकर उसके स्वभाव व चरित्र के बारे में काफी कुछ आसानी से जाना जा सकता है। इस विधा को सामुद्रिक रहस्य कहते हैं। इस विधा का संपूर्ण वर्णन सामुद्रिक शास्त्र में मिलता है।
गुरुवार को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से मातंग और उसके बाद हस्त नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग बन रहा है।
भगवान ने प्रत्येक मनुष्य का शरीर अलग बनाया है। प्रत्येक इंसान के चेहरा अलग होता है। उसकी कद-काठी भिन्न होती है। यहां तक की उनकी त्वचा का रंग भी अलग होता है। किसी की त्वचा का रंग काला होता है तो किसी का गोरा।
इस दिन सुबह सूर्य राशि बदलकर धनु से मकर राशि में प्रवेश करेगा। वहीं दोपहर में लगभग 3 बजे चंद्रमा राशि बदलकर सिंह से कन्या राशि में प्रवेश करेगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन-
वास्तु शास्त्र में हर चीज को लेकर खास नियम बताए गए है, जिनका पालन करने पर वहां रहने वालों को कई लाभ मिलते हैं।
मंगलवार को मघा नक्षत्र होने से कालदण्ड और उसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से धूम्र नाम के 2 अशुभ योग बन रहे हैं।
इस बार 15 जनवरी, बुधवार को मकर संक्राति है। इस दिन सुबह 8.33 मिनट पर सूर्य श्रवण नक्षत्र के साथ धनु से मकर राशि में प्रवेश करेगा। श्रवण नक्षत्र के स्वामी शनि है। चंद्र पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में रहेगा और बुधवार को पंचमी तिथि रहेगी।
सोमवार को अश्लेषा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग और इसके बाद मघा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग बन रहा है।